कुशीनगर में गोरखपुर के रहने वाले वरिष्ठ लिपिक ने फांसी लगाकर की खुदकुशी, सुसाइड नोट

डीएन ब्यूरो

कुशीनगर जनपद में सिचाई विभाग के एक वरिष्ठ लिपिक ने शुक्रवार को कमरे में अपने गले में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

परिजनों का रो रो कर बुरा हाल
परिजनों का रो रो कर बुरा हाल


कुशीनगर: सिचाई विभाग के एक वरिष्ठ लिपिक ने शुक्रवार को कमरे में अपने गले में फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। उसके कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने आत्महत्या करने की वजह बताई है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज।दिया

गोरखपुर निवासी
बताया जा रहा है कि कुशीनगर जिले के कसया नगर के पुरानी फाजिलनगर रोड स्थित सिंचाई विभाग में वरिष्ठ लिपिक के पद पर रामनरायन यादव (42) पुत्र साधु यादव तैनात थे। वह गोरखपुर जिले के खजनी थाना क्षेत्र के कठघर गांव के निवासी थे।

बताया जा रहा है कि शुक्रवार की सुबह उनका शव सरकारी आवास में पंखे से रस्सी से लटकता मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस में शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

फोन पर सुबह घर की थी बात

कहा जा रहा है कि रामनरायन ने अपने घर फोन करके सुबह करीब 8.30 बजे बताया कि मैं फांसी लगाने जा रहा हूं। इसकी सूचना मिलते ही मायके में रह रही पत्नी संगीता अपने भाई शैलेश के साथ कसया पहुंची, लेकिन वहां रामनरायन का शव कमरे में छत में लगे पंखे से रस्सी के सहारे लटका मिला।

इसके बाद वहां चीत्कार मच गई। उसका साला बार बार यही कह रहा था कि धोखा हो गया। धोखा हो गया। मृतक के दो बच्चे राहुल (17) और आँचल (15) साल के हैं। लिपिक अकेले सरकारी आवास में रहते थे। फोन से बात होने पर उनकी पत्नी अपने भाई के साथ सिंचाई विभाग के कालोनी में पहुंची तो अगल-बगल के लोग इकठ्ठा हो गए।

गृहकलह में आत्महत्या की बात 

पुलिस के मुताबिक मृतक के कमरे से सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें यह लिखा गया है यह आत्महत्या मैं स्वयं कर रहा हूं। इसका जिम्मेदार मैं खुद हूं। इसके लिए मेरे परिवार या अन्य लोगो को परेशान न किया जाए। पुलिस का कहना है कि आत्महत्या का मामला है। प्रथम दृष्टया परिवारिक कलह की बात सामने आ रही है। जांच पड़ताल की जा रही हैं।










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