

धनघटा क्षेत्र के छपरा पूर्वी जिले में आई बाढ़ से किसानों की दिक्कतें काफी बढ़ गई है। आर्थिक तंगी से बेबस लोगों ने अफसरों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
संतकबीरनगर: संतकबीरनगर (Sant Kabir Nagar) के धनघटा क्षेत्र के छपरा पूर्वी जिले में सरयू की बाढ़ ने किसानों (Farmers) की फसलों (Crops) को बहुत नुकसान पहुंचाया है। बाढ़ से जलमग्न हुए गांव और खराब फसल की वजह ग्रामीण लोगों (Villagers) की जिंदगी पर बहुत ही गहरा प्रभाव पड़ा है।
लोगों की आर्थिक स्थिति काफी खराब
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार, बाढ़ के कारण स्थानीय लोगों के काम-काज पर इसका असर हुआ है। जिस कारण उनकी आर्थिक स्थिति (Financial Condition) काफी खराब हो गई है। इस दौरान प्रशासन की तरफ से राहत सामग्री और मुआवज़ा नहीं मिलने से लोगों में आक्रोश है। जिसे लेकर ग्रामीणों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया। बेबस ग्रामीणों ने लेखपाल और राजस्व कर्मियों पर राहत सामग्री और मुआवज़ा नहीं पहुंचाने का आरोप लगाते हुए प्रशासन से इसकी मांग की है। इसे लेकर पुलिस (Police) ग्रामीणों को समझाने-बुझाने में जुटी है।
अफसर नहीं देते ध्यान
स्थानीय महिला ममता देवी ने कहा कि बाढ़ के कारण हमारे घरों में पानी घुस गया है। जिस कारण हमारा जीना काफी दुश्वार हो गया है। अफसर (Officer) लोगों को कई बार शिकायत करने के बावजूद वे कुछ नहीं करते, हर बार कोई न कोई नंबर बताकर कह देते है कि इस नंबर पर बात कर लो। यहीं वजह है कि बड़ी संख्या में लोगों को प्रर्दशन करना पड़ा है।
लेखपाल पर है पक्षपात का आरोप
ग्रामीण अनु अग्रहरि ने गांव के लेखपाल (Accountant) पर बात नहीं सुनने और पक्षपात (Partiality) का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से मिलने वाली सम्मान निधि भी वे गांव वालों तक नहीं पहुंचाते। वे सिर्फ अपने खास और चहिते लोगों का काम करते है। जिस कारण लोग अब अपने हक के लिए प्रदर्शन में शामिल हो रहे हैं।
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