साल के अंत तक 10 हजार जन-औषधि केंद्रों का परिचालन होने की उम्मीद

डीएन ब्यूरो

सरकार ने जन-औषधि केंद्रों की संख्या बढ़ाने के लिए आवेदन मंगाए हैं और इस वर्ष के अंत तक ऐसे लगभग 10,000 केंद्रों का परिचालन होने की उम्मीद है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

जन-औषधि केंद्रों (फाइल)
जन-औषधि केंद्रों (फाइल)


नई दिल्ली: सरकार ने जन-औषधि केंद्रों की संख्या बढ़ाने के लिए आवेदन मंगाए हैं और इस वर्ष के अंत तक ऐसे लगभग 10,000 केंद्रों का परिचालन होने की उम्मीद है। एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

भारतीय औषधि एवं चिकित्सा उपकरण ब्यूरो (पीएमबीआई) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) रवि दधीच ने कहा, “देशभर में इस वर्ष के अंत तक 10,000 जन औषधि केंद्रों का परिचालन होने की उम्मीद है।”

उन्होंने कहा कि गत 31 मई तक देश भर में कुल 9,484 जन औषधि केंद्र सक्रिय थे।

दधीच ने गुरुग्राम स्थित केंद्रीय भंडारगृह में संवाददाताओं से कहा कि इन केंद्रों को स्थापित करने के लिए आवेदन मंगाए गए हैं।

प्रधानमंत्री भारतीय जन-औषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) के अंतर्गत देशभर में चार भंडारगृह हैं जो गुरुग्राम, चेन्नई, गुवाहाटी और सूरत में मौजूद हैं। गुरुग्राम स्थित केंद्रीय भंडार गृह सबसे बड़ा है।

दधीच ने बताया कि पीएमबीजेपी फिलहाल 1,800 दवाइयों के साथ-साथ शल्य क्रिया के 285 उपकरण गुणवत्ता से समझौता किए बिना काफी किफायती कीमतों पर उपलब्ध करा रहा है।










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