देखें, कैसे हुई भीम आर्मी चीफ रावण की रिहाई..जेल से आते ही बोले- भाजपा को सिखाएंगे सबक
यूपी सरकार के आदेश के बाद पिछले एक साल से जेल में बंद भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर रावण को रिहा कर दिया गया है। लेकिन रिहाई के बाद चंद्रशेखर ने भाजपा सरकार के खिलाफ जिस तरह के बयान दिये, उससे लगता है कि योगी सरकार को चंद्रशेखर को समय से पहले रिहा करने का कोई खास राजनीतिक फायदा नहीं मिलेगा। डाइनामाइट न्यूज की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..
सहारनपुर: जातीय हिंसा पैलाने के आरोप में एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत जेल भेजे गये भीम सेना के मुखिया चंद्रशेखर उर्फ रावण को यूपी सरकार ने समय से रिहा कर दिया है। रावण की रिहाई को लेकर कहा जा रहा है कि भाजपा अगले चुनावों में इसका राजनीतिक लाभ लेना चाहती है लेकिन रिहाई के शीघ्र बाद रावण ने जिस तरह के बयान दिये उससे लगता है कि भाजपा का यह दांव उलटा पड़ सकता है।
सहारनपुर जेल से रिहाई के तुरंत बाद चंद्रशेखर 'रावण' ने एक सभा को संबोधित करते हुए बीजेपी पर जोरदार हमला किया। उन्होंने कहा कि सरकार को सुप्रीम कोर्ट की तरफ से फटकार लगाई जा रही थी जिससे सरकार डरी हुई थी, इसलिए उन्होंने खुद को बचाने के लिए जल्दी रिलीज का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि 2019 में भाजपा को सत्ता पाने से रोका जायेगा। इसके लिये वह जल्द ही अपने समर्थकों के साथ बातचीत करेंगे और ठोस रणनीति बनाएंगे। रावण ने कहा कि वह आगामी 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को उखाड़ फेंकेंगे।
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गौरतलब है कि पिछले साल 5 मई को सहारनपुर में महाराणा प्रताप जयंती का आयोजन किया गया था। जिसमें शामिल होने जा रहे युवकों की शोभा यात्रा पर दलितों ने आपत्ति जताई थी। विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों तरफ से पथराव होने लगे थे, जिसमें ठाकुर जाति के एक युवक की मौत हो गई थी। शब्बीरपुर गांव में भीड़ ने दलितों के घरों पर हमला कर उनके 25 घर जला दिए , इस हिंसा में 14 दलित गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
घटना से आक्रोशित दलित युवाओं के संगठन भीम आर्मी ने 9 मई, 2017 को सहारनपुर के गांधी पार्क में एक विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया था। इसमें क़रीब एक हज़ार प्रदर्शनकारी इकट्ठा हुए थे लेकिन प्रशासन की इजाज़त नहीं मिलने के कारण पुलिस ने इसे रोकने की कोशिश की।
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