इंदौर के मंदिर में पुरातन बावड़ी की छत धंसी, 11 लोगों की मौत

डीएन ब्यूरो

एक मंदिर में रामनवमी पर बृहस्पतिवार को आयोजित हवन के दौरान पुरातन बावड़ी की छत धंसने से 11 लोगों की मौत हो गई। प्रशासन के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

इंदौर के मंदिर में पुरातन बावड़ी की छत धंसी, 11 लोगों की मौत(फाइल)
इंदौर के मंदिर में पुरातन बावड़ी की छत धंसी, 11 लोगों की मौत(फाइल)


इंदौर: एक मंदिर में रामनवमी पर बृहस्पतिवार को आयोजित हवन के दौरान पुरातन बावड़ी की छत धंसने से 11 लोगों की मौत हो गई। प्रशासन के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

जिलाधिकारी डॉ. टी. इलैयाराजा ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया कि हादसे में अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है।

उन्होंने बताया कि राज्य आपदा मोचन बल की मदद से बचाव अभियान जारी है और अब तक करीब 20 लोगों को बचाया जा चुका है।

यह भी पढ़ें | भीषण हादसे में 36 लोगों की मौत के बाद मंदिर का अवैध निर्माण ध्वस्त, बावड़ी हमेशा के लिये बंद, जानिये ये अपडेट

जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन ऐसे सार्वजनिक स्थानों को चिह्नित करेगा, जहां इस तरह के हादसे होने की आशंका है।

अधिकारियों ने बताया कि मंदिर के संकरी जगह में बने होने के कारण बचाव कार्य में बाधा आई और इस दौरान मंदिर की एक दीवार तोड़ कर पाइप इसके भीतर डाला गया और बावड़ी का पानी मोटर से खींचकर बाहर निकाला गया।

एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मंदिर में पुरातन बावड़ी की छत पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ थी और छत ज्यादा लोगों का बोझ नहीं सहन कर सकी।

यह भी पढ़ें | इंदौर मंदिर हादसे में 13 लोगों की मौत, छत धंसने से बावड़ी में गिरे दो दर्जन लोग, रेसक्यू जारी

रहवासियों ने बताया कि मंदिर पुरातन बावड़ी पर छत डालकर बनाया गया था।

हादसे के बाद मंदिर के आस-पास उन चिंतित लोगों की भीड़ जुट गई जिनके परिजन हादसे के वक्त मंदिर में मौजूद थे।

पटेल नगर रहवासी संघ के अध्यक्ष कांतिभाई पटेल ने इस बात पर नाराजगी जताई कि हादसे की सूचना दिए जाने के बाद भी एक घंटे तक मौके पर एम्बुलेंस नहीं पहुंची थी।










संबंधित समाचार