रिलायंस इंडस्ट्रीज का शुद्ध लाभ तीसरी तिमाही में 15 प्रतिशत घटकर 15,792 करोड़ रुपये पर

डीएन ब्यूरो

आरआईएल की वित्त लागत 36.4 प्रतिशत बढ़कर 5,201 करोड़ रुपये हो गई, जबकि अन्य खर्च में 5,421 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई। तीसरी तिमाही में कर्ज सालाना आधार पर लगभग 59,000 करोड़ रुपये बढ़कर 3,03,530 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी कर्ज का इस्तेमाल हरित ऊर्जा, दूरसंचार और खुदरा व्यापार में विस्तार के लिए कर रही है।

फ़ाइल फोटो
फ़ाइल फोटो


नई दिल्ली: मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिडेट (आरआईएल) का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 15 प्रतिशत घटकर 15,792 करोड़ रुपये रहा।

समीक्षाधीन तिमाही में अधिक वित्तीय लागत और मूल्यह्रास ने मजबूत परिचालन प्रदर्शन के प्रभाव को खत्म किया।

कंपनी ने शुक्रवार को शेयर बाजार को बताया कि 2022-23 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 15,792 करोड़ रहा, जबकि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में यह 18,549 करोड़ रुपये था। इस तरह कंपनी का शुद्ध लाभ प्रति शेयर 23.34 रुपये रहा।

आरआईएल की वित्त लागत 36.4 प्रतिशत बढ़कर 5,201 करोड़ रुपये हो गई, जबकि अन्य खर्च में 5,421 करोड़ रुपये की वृद्धि हुई। तीसरी तिमाही में कर्ज सालाना आधार पर लगभग 59,000 करोड़ रुपये बढ़कर 3,03,530 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी कर्ज का इस्तेमाल हरित ऊर्जा, दूरसंचार और खुदरा व्यापार में विस्तार के लिए कर रही है।

कंपनी ने एक बयान में कहा कि उसका मूल्यह्रास 32.6 प्रतिशत बढ़कर 10,187 करोड़ रुपये हो गया।

आरआईएल की सकल आय 15 फीसदी बढ़कर 240,963 करोड़ रुपये रही। कंपनी की कर पूर्व आय (ईबीआईटीडीए) 38,460 करोड़ रुपये रही, और उपभोक्ता कारोबार की अगुवाई में सालाना आधार पर इसमें 13.5 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई।

समीक्षाधीन तिमाही में डिजिटल सेवाओं की कर पूर्व आय 26 प्रतिशत, खुदरा सेवाओं की कर पूर्व आय 25 प्रतिशत और तेल तथा गैस कारोबार की कर पूर्व आय करीब 100 प्रतिशत बढ़ी।

कंपनी के मुख्य आधार तेल शोधन और पेट्रोकेमिकल व्यवसाय (ओ2सी) की कर पूर्व आय तीन प्रतिशत बढ़ी।

दूरसंचार इकाई जियो का शुद्ध लाभ 28.6 प्रतिशत बढ़कर 4,881 करोड़ रुपये और ग्राहक आधार बढ़कर 43.3 करोड़ रुपये हो गया। इस दौरान प्रति उपयोगकर्ता आय में 17.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई।

खुदरा कारोबार का शुद्ध लाभ 6.2 प्रतिशत बढ़कर 2,400 करोड़ रुपये हो गया।

परिणामों पर टिप्पणी करते हुए आरआईएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा, ''सभी खंडों ने सालाना आधार पर एकीकृत कर पूर्व आय (ईबीआईटीडीए) में मजबूत वृद्धि दर्ज की है।''

उन्होंने कहा, ''हमारा ध्यान सुरक्षित और मजबूती से संचालन के साथ उपभोक्ताओं के लिए महत्वपूर्ण ईंधन और सामग्रियों के उत्पादन पर है।''

अंबानी ने कहा, ''इस तिमाही में हमने 5जी सेवाएं शुरू कीं। यह अब भारत के 134 शहरों और कस्बों में उपलब्ध है। इससे अगली पीढ़ी की सेवाओं को सक्षम करते हुए ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाया जा सकेगा।''

उन्होंने खुदरा सेवाओं के बारे में कहा कि कंपनी ने लाभप्रदता में सुधार करते हुए ग्राहकों को बेहतर उत्पाद और मूल्य देने पर जोर दिया।










संबंधित समाचार