Jharkhand Politics: झारखंड में सियासी हलचल तेज, पत्नी कल्पना को गद्दी सौंप सकते हैं CM सोरेन, विधायक दल की बैठक आज

डीएन ब्यूरो

झारखंड में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत गठबंधन के विधायक बुधवार को यहां बैठक करेंगे, जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से जारी समन के बाद उत्पन्न हालात पर चर्चा कर रणनीति तैयार की जाएगी। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

पत्नी को सीएम बना सकते हैं हेमंत सोरने
पत्नी को सीएम बना सकते हैं हेमंत सोरने


रांची: झारखंड में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) नीत गठबंधन के विधायक बुधवार को यहां बैठक करेंगे, जिसमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से जारी समन के बाद उत्पन्न हालात पर चर्चा कर रणनीति तैयार की जाएगी।

लाभ के पद से जुड़े कथित भ्रष्टाचार के मामले में ईडी द्वारा समन भेजे जाने के बाद से सोरेन राजनीतिक विवादों में घिर गए हैं।

सोरेन ने केंद्र सरकार पर लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई राज्य सरकार को अस्थिर करने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग करने का आरोप लगाते हुए ईडी के पहले के छह समन को नजरअंदाज कर दिये। सातवां समन पिछले साल दिसंबर में जारी किया गया था।

मुख्यमंत्री कार्यालय के सूत्रों ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि ईडी के ताजा समन का जवाब देने की समयसीमा पांच जनवरी को समाप्त होगी।

इसके अलावा, चुनाव आयोग ने अगस्त 2022 में झारखंड के तत्कालीन राज्यपाल रमेश बैस को एक पत्र भेजा था। माना जाता है कि पत्र में सोरेन को विधायक के रूप में अयोग्य घोषित करने की सिफारिश की गई थी क्योंकि राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में उनके कार्यकाल के दौरान उन्हें दिए गए खनन पट्टे का नवीनीकरण किया गया था।

हालांकि, न तो बैस और न ही उनके उत्तराधिकारी सीपी राधाकृष्णन ने वह पत्र खोला।

झारखंड मुक्ति मोर्चा महासचिव विनोद कुमार पांडेय ने गठबंधन दलों के मंत्रियों और विधायकों को लिखे गए पत्र में कहा है, ‘‘तीन जनवरी को शाम चार बजकर 30 मिनट पर मुख्यमंत्री आवास पर गठबंधन सहयोगियों के विधायकों की बैठक बुलाई गई है। कृपया बैठक में समय पर भागीदारी सुनिश्चित करें।’’

इसी बीच, सोरेन ने गांडेय विधानसभा सीट से पत्नी कल्पना सोरेन के चुनाव लड़ने के कयासों को खारिज करते हुए इसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ‘कोरी कल्पना’ करार दिया।

सोरेन ने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा कि इन कयासों में कोई सच्चाई नहीं है।

उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मेरी पत्नी के निकट भविष्य में चुनाव लड़ने की संभावना पूरी तरह से भाजपा की कोरी कल्पना है...उन्हें सत्ता सौंपने की अटकल भाजपा द्वारा गलत विमर्श पेश करने के लिए फैलायी गयी है।’’

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा हाल ही में मुख्यमंत्री को भेजे गए समन और सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के गांडेय से विधायक सरफराज अहमद के सोमवार को अचानक इस्तीफे के बाद यह अटकलें तेज हो गईं कि गांडेय सीट से सोरेन की पत्नी चुनाव लड़ सकती हैं।

विपक्षी भाजपा ने दावा किया है कि अहमद को पद छोड़ने के लिए मजबूर किया गया ताकि ईडी की जांच से उत्पन्न किसी आपात स्थिति में मुख्यमंत्री की पत्नी कल्पना सोरेन गांडेय सीट से चुनाव लड़ सकें।










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