Rajasthan: उपराष्ट्रपति ने भ्रष्टाचार को लोकतंत्र एवं विकास हत्यारा दीया करार, कोई भी कानून से ऊपर नहीं

डीएन ब्यूरो

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भ्रष्टाचार को ‘लोकतंत्र एवं विकास’ का हत्यारा करार देते हुये बुधवार को कहा कि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़


जयपुर: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने भ्रष्टाचार को ‘लोकतंत्र एवं विकास’ का हत्यारा करार देते हुये बुधवार को कहा कि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार उपराष्ट्रपति ने बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (बिट्स) पिलानी के छात्रों, कर्मचारियों और संकाय सदस्यों को संबोधित करते हुए यह बात कही।

सरकारी बयान के अनुसार उपराष्ट्रपति ने भ्रष्टाचार को 'लोकतंत्र और विकास का हत्यारा' करार देते हुए कहा कि हाल के वर्षों में, सत्ता के दलालों के प्रभाव वाले सत्ता गलियारों को बेअसर करने के लिए महत्वपूर्ण प्रगति की गई है।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है, इसके साथ ही उन्होंने नागरिकों से 'हमारे संस्थानों को कलंकित करने, बदनाम करने और कमजोर करने वाले भारत विरोधी वक्तव्यों' का सक्रिय रूप से मुकाबला करने का आह्वान किया।

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धनखड़ ने इस बात पर जोर दिया कि जब तक पचास प्रतिशत मानवता के लिए न्याय सुनिश्चित नहीं किया जाता तब तक समाज का विकास नहीं हो सकता।

नारी शक्ति वंदन अधिनियम को एक 'युगीन विकास' के रूप में पारित किये जाने की सराहना करते हुए, उपराष्ट्रपति ने जोर देकर कहा कि यह विधेयक महिलाओं के अधिकारों की मान्यता और उनके अधिकार की पुष्टि है।

उपराष्ट्रपति ने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए शिक्षा को सबसे 'प्रभावी और प्रभावशाली' तंत्र बताया, जिससे भारत के विकास में तेजी आएगी।

जी-20 की अध्यक्षता में भारत की सफलता पर प्रकाश डालते हुए, धनखड़ ने इस बात पर जोर दिया कि जी-20 सदस्य के रूप में अफ्रीकी संघ को शामिल करना भारत के सभ्यतागत लोकाचार के साथ गहराई से मेल खाता है।

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भारत-यूरोप आर्थिक गलियारे (आईएमईसी) पर हस्ताक्षर को वैश्विक 'गेम चेंजर' के रूप में स्वीकार करते हुए, उपराष्ट्रपति ने रेखांकित किया कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत द्वारा निभाई गई भूमिका ने ‘ग्लोबल साउथ’ को विश्व मंच पर एक मजबूत आवाज दी है।

धनखड़ ने बाद में बीकानेर में केंद्रीय शुष्क बागवानी संस्थान (आईसीएआर) के क्षेत्रीय मूंगफली अनुसंधान केंद्र का लोकार्पण किया। इसके साथ ही उन्होंने संस्थान के प्रशिक्षु गृह का लोकार्पण भी किया।

इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने कहा कि किसान को सशक्त करने के लिए सरकार ने कई कदम उठाये हैं। किसान सम्मान निधि के जरिये किसान के खाते में सीधे पैसे आते हैं।

उन्होंने कहा,'हमारा किसान आज के दिन स्वयं टेक्नोलॉजी से जुड़ा हुआ है! कोई बिचौलिया नहीं है, ये किसान की उपलब्धि है।'










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