

पितृपक्ष की मातृ नवमी पर शुक्रवार को संगम घाट पर दूरदराज के साथ शहर के तमाम नागरिक और श्रद्धालुओं ने अपने पूर्वजों को याद करके उनका आशीर्वाद लिया। पढिये डाइनामाइट न्यूज की स्पेशल रिपोर्ट
प्रयागराज: पितृ पक्ष की मातृ नवमी पर संगम घाट के किनारे शुक्रवार को सुबह से ही दूरदराज के साथ शहर के तमाम नागरिक और श्रद्धालुओं ने अपने पूर्वजों को याद करके उनका आशीर्वाद लिया। इस दिन घर की उन सभी महिलाओं की पूजा की जाती है जिनकी मृत्यु हो चुकी हो।
मान्यता है कि इस दिन श्राद्ध करने से घर के बूढ़ी महिलाएं और माताओं का आशीर्वाद मिलता है। श्राद्ध करने वाले व्यक्ति की सभी प्रकार की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। पितृपक्ष की मातृ नवमी को सौभाग्यवती नवमी भी कहते हैं। इस दिन मातृ ऋण से मुक्ति पायी जाती है।
इस खास मौके पर आज संगम घाट के किनारे तीर्थ-पुरोहितों और पंडाओं ने अपने-अपने पूर्वजों को याद करने वाले और उनका श्राद्ध करने के लिए पहुंचे श्रद्धालुओं को घाट के किनारे बैठाकर उनका मुंडन संस्कार करवाया। तत्पश्चात पूर्वजों को याद कर उन्हें तर्पण किया। इस दौरान घाट के किनारे मातृ नवमी पर काफी भीड़ देखी गयी लेकिन तीर्थ-पुरोहित और पंडा सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा पालन कर रहे थे।
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