Bihar Election 2020: रिश्तों पर भारी पड़ रही बिहार की चुनावी राजनीति, देखिये कैसे

बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार रिश्ते भी दाव पर लग गए हैं। एक ओर सास-बहू एक दूसरे को मात देने के लिए खड़ी हैं, तो वहीं दूसरी तरफ भाभी-देवर और भाई-भाई भी आमने-सामने होंगे। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ पर पूरी खबर

Updated : 21 October 2020, 11:38 AM IST
google-preferred

पटनाः इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में रिश्तो की सियासत भी देखने को मिल रही है।  एक तरफ एक ही घर के भाई-भाई एक दूसरे के खिलाफ खड़े हैं, तो दूसरी तरफ सास-बहू एक दूसरे को चुनौती देती नजर आ रही हैं।

सास-बहू आमने-सामने
रामनगर (सुरक्षित) सीट से भाजपा विधायक भागीरथी देवी के खिलाफ इस बार उनके बड़े बेटे राजेश कुमार की पत्नी रानी कुमारी खड़ी हैं।

देवरानी-जेठानी आमने-सामने
आरा जिले के शाहपुर में देवरानी-जेठानी आमने-सामने हैं। शाहपुर से भाजपा की पूर्व विधायक मुन्नी देवी एनडीए प्रत्याशी हैं, वहीं दूसरी और मुन्नी देवी के जेठ दिवंगत विश्वेश्वर ओझा की पत्नी निर्दलीय पार्टी से चुनाव लड़ेंगी।

चाचा से भतीजे में भिड़ंत
सारण जिले के मढ़ौरा विधानसभा सीट पर चाचा-भतीजे की लड़ाई देखने को मिलेगी।  एक तरफ पूर्व विधायक रामप्रवेश राय के पुत्र आनंद राय निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं दूसरी ओर उनके चाचा जयराम राय भी निर्दलीय ही चुनाव की ओर चल पड़े हैं।

Published : 
  • 21 October 2020, 11:38 AM IST