पुलिस पर ब्रिटिश काल के सोने के सिक्कों के बाद चांदी की चोरी का आरोप, SIT गठित, जानिये पूरा मामला

डीएन ब्यूरो

अलीराजपुर जिला पुलिस के कर्मियों द्वारा ब्रिटिश काल के सोने के सिक्कों की कथित चोरी के मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन के बाद अब पुलिसकर्मियों पर चांदी चुराने का आरोप लगा है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

पुलिस पर सोने के सिक्कों के बाद चांदी की चोरी का आरोप
पुलिस पर सोने के सिक्कों के बाद चांदी की चोरी का आरोप


अलीराजपुर: जिला पुलिस के कर्मियों द्वारा ब्रिटिश काल के सोने के सिक्कों की कथित चोरी के मामले में विशेष जांच दल (एसआईटी) के गठन के बाद अब पुलिसकर्मियों पर चांदी चुराने का आरोप लगा है। एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार शिकायतकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि आदिवासी बहुल जिले के नानपुर थाने की पुलिस ने ना सिर्फ उन्हें चोरी हुई चांदी के मुकाबले कम वजन की चांदी लौटायी, बल्कि उसकी गुणवत्ता भी खराब थी।

यह शिकायत एक आदिवासी परिवार से 240 ब्रिटिश काल के सोने के सिक्के चुराने के आरोप में सोंडवा पुलिस स्टेशन के चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ एसआईटी जांच के आदेश की पृष्ठभूमि में आई है।

ताजा घटना में तेनसिंह और कैलाश तोमर ने पिछले साल 21 जनवरी को अपने घरों से चांदी की चोरी की शिकायत करते हुए नानपुर पुलिस से संपर्क किया। पुलिस सूत्र ने बताया कि पुलिस ने 24 अप्रैल, 2022 को चार लोगों के एक गिरोह को गिरफ्तार करने के बाद उनके कब्जे से चांदी बरामद की थी।

सूत्र ने कहा कि इसके बाद शिकायतकर्ताओं ने अपने वकील के माध्यम से पुलिस स्टेशन से संपर्क किया और बाद में अपना कीमती सामान वापस पाने के लिए अदालत का आदेश प्रस्तुत किया।

इसी साल 18 जुलाई को नानपुर पुलिस ने तेनसिंह को दो किलो और तोमर को डेढ़ किलो चांदी सौंपी, लेकिन दोनों खुश नहीं थे।

शिकायतकर्ता ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘चांदी देखने के बाद हमें संदेह हुआ क्योंकि वह नयी लग रही थी और चोरी हुई चांदी जैसी नहीं थी। हम इसकी प्रमाणिकता की जांच करने के लिए चांदी को एक जौहरी के पास ले गए और यह जानकर हैरान रह गए कि यह अशुद्ध थी।’’

दोनों ने पुलिस अधीक्षक (एसपी) के कार्यालय से संपर्क किया और उन्हें असली चांदी लौटाए जाने का अनुरोध किया।

एक अधिकारी ने बताया कि शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एसपी हंसराज सिंह ने जोबट के पुलिस उपमंडल अधिकारी नीरज नामदेव को मामले की जांच करने का निर्देश दिया।

नामदेव ने  कहा, ‘‘हमने शुरुआती बयान दर्ज कर लिए हैं और जल्द ही जांच पूरी कर लेंगे। मामले में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।’’










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