PM Modi launches Ujjwala 2.0: पीएम मोदी ने यूपी के महोबा में लॉंच की उज्जवला 2.0, जानिये इससे जुड़ी खास बातें

डीएन ब्यूरो

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉंफ्रेंसिंग के जरिये उत्तर प्रदेश के महोबा में उज्जवला योजना के दूसरे चरण की लॉंचिंग की। जानिये इस योजना से जुड़ा ताजा अपडेट

उज्जवला योजना के दूसरे चरण की लॉंचिंग करते पीएम मोदी
उज्जवला योजना के दूसरे चरण की लॉंचिंग करते पीएम मोदी


नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार उत्तर प्रदेश के महोबा जनपद से उज्‍ज्वला योजना 2.0 की शुरुआत की है। पीएम मोदी ने उज्जवला योजना के इस दूसरे चरण का शुभारंभ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए की। इस मौके पर उन्होंने गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन करने वालों को एलपीजी कनेक्शन भी सौंपा और उज्ज्वला योजना के अब तक लाभार्थियों से बातचीत भी की। यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ भी इस मौके पर ऑनलाइन उपस्थित रहे। 

पीएम मोदी कार्यक्रम को संबोधित कर रहे हैं। डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में जानिये पीएम मोदी से संबोधन की कुछ खास बातें। 

कार्यक्रम को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि उज्ज्वला योजना ने देश के जितने लोगों, जितनी महिलाओं का जीवन रोशन किया है, वो अभूतपूर्व है। ये योजना 2016 में यूपी के बलिया से, आजादी की लड़ाई के अग्रदूत मंगल पांडे की धरती से शुरु हुई थी।आज उज्ज्वला का दूसरे संस्करण भी यूपी के ही महोबा की वीरभूमि से शुरु हो रहा है।

अब मेरे श्रमिक साथियों को एड्रेस के प्रमाण के लिए इधर-उधर भटकने की ज़रूरत नहीं है। सरकार को आपकी ईमानदारी पर पूरा भरोसा है। आपको अपने पते का सिर्फ एक सेल्फ डेक्लेरशन, यानि खुद लिखकर देना है और आपको गैस कनेक्शन मिल जाएगा।

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बुंदेलखंड सहित पूरे यूपी और दूसरे राज्यों के हमारे अनेक साथी, काम करने के लिए गांव से शहर जाते हैं, दूसरे राज्य जाते हैं। लेकिन वहां उनके सामने एड्रेस के प्रमाण की समस्या आती है। ऐसे ही लाखों परिवारों को उज्ज्वला 2.0 योजना सबसे अधिक राहत देगी। 

बायोफ्यूल एक स्वच्छ ईंधन मात्र नहीं है। बल्कि ये ईंधन में आत्मनिर्भरता के ईंजन को, देश के विकास ईंजन को, गांव के विकास ईंजन को गति देने का भी एक माध्यम है। बायोफ्यूल एक ऐसी ऊर्जा है जो हम घर और खेत के कचरे से, पौधों से, खराब अनाज से प्राप्त कर सकते हैं। 

आज मैं बुंदेलखंड की एक और महान संतान को याद कर रहा हूं। मेजर ध्यान चंद, हमारे दद्दा ध्यानचंद। देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार का नाम अब मेजर ध्यान चंद खेल रत्न पुरस्कार हो गया है। 

बीते साढ़े 7 दशकों की प्रगति को हम देखते है तो हमें जरूर लगता है कि कुछ स्थितियां, कुछ हालात ऐसे हैं जिनको कई दशक पहले बदला जा सकता था। घर, बिजली, पानी, शौचालय, गैस, सड़क, अस्पताल, स्कूल, ऐसी अनेक मूल आवश्यकताएं है जिनकी पूर्ति के लिए दशकों का इंतज़ार देशवासियों को करना पड़ा। 

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हमारी बेटियां घर और रसोई से बाहर निकलकर राष्ट्रनिर्माण में व्यापक योगदान तभी दे पाएंगी, जब पहले घर और रसोई से जुड़ी समस्याएं हल होंगी।बीते 6-7 सालों में ऐसे हर समाधान के लिए मिशन मोड पर काम किया गया है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत देशभर में करोड़ों शौचालय बनाए गए। 

इससे पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना करोड़ों गरीब परिवारों के लिए स्वच्छ ईंधन और बेहतर जीवन को सुनिश्चित कर रहा है. गरीब परिवारों को उज्ज्वला योजना से धुएं और लकड़ी के झंझट से मुक्ति मिली है। 










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