प्रधानमंत्री मोदी ने वंदे भारत एक्सप्रेस में छात्रा से सुनी मलयालम कविता, छात्र भी हुए अभिभूत

डीएन ब्यूरो

केंद्रीय विद्यालय में पढ़ने वाली पार्वती एस नायर को अब भी भरोसा नहीं हो रहा है कि देश के प्रधानमंत्री ने उसके सामने खड़े होकर धैर्य से मलयालम में उसका कविता पाठ सुना और प्रशंसा की।

छात्रा से कविता सुनते प्रधानमंत्री मोदी
छात्रा से कविता सुनते प्रधानमंत्री मोदी


तिरुवनंतपुरम: केंद्रीय विद्यालय में पढ़ने वाली पार्वती एस नायर को अब भी भरोसा नहीं हो रहा है कि देश के प्रधानमंत्री ने उसके सामने खड़े होकर धैर्य से मलयालम में उसका कविता पाठ सुना और प्रशंसा की।

कुछ इसी तरह का भाव शहर के एक अन्य स्कूल के छात्र अभिजीत प्रदीप का है जिन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हिंदी में संक्षिप्त चर्चा की जिन्हें उसने अब तक केवल टेलीविजन और अखबारों में ही देखा था।

ये उन छात्रों में शामिल थे जिन्हें वंदे भारत एक्सप्रेस में प्रधानमंत्री मोदी से संवाद करने के लिए चुना गया था। मोदी ने सोमवार को वंदे भारत एक्सप्रेस को मध्य रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाई और वह यहां से परिचालित इस ट्रेन के पहले यात्री बने।

नायर ने उत्साहित होते हुए कहा, ‘‘ मैंने कभी इसकी उम्मीद नहीं की थी... कभी सपने में भी मैंने ऐसा नहीं सोचा था। उन्होंने सभी छात्रों से बातचीत की और उनके काम की प्रशंसा की।’’

प्रदीप ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रा कर उत्साहित हैं। इसमें विमान यात्रा जैसा अनुभव हो रहा था।’’

सभी छात्र उत्साहित और खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं क्योंकि उन्हें प्रधानमंत्री ने सुना, प्रशंसा की और प्रेमपूर्वक उनके सिर पर हाथ फेरा।

गौरतलब है कि केरल से संचालित होने वाली पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाने के लिए प्रधानमंत्री यहां आए थे और उनसे संवाद करने के लिए शहर के स्कूलों के छात्रों को चित्रकला, कविता लेखन आदि क्षेत्रों में प्रदर्शन के आधार पर चुना गया था।

बच्चों के अलावा उनके शिक्षकों और माता-पिता को भी सेमी हाई स्पीड ट्रेन की पहली यात्रा करने का मौका मिला।

एक छात्रा ने बताया, ‘‘मैंने कभी नहीं सोचा था कि प्रधानमंत्री इतने सरल होंगे। उन्होंने हम सभी से अच्छे से बात की। मुझे यह बिल्कुल महसूस नहीं हुआ कि मैं प्रधानमंत्री से बात कर रही हूं।’’

यहां स्थित चिन्मया विद्यालय के एक छात्र ने बताया कि जब उसने वंदे भारत पर बनाई गई तस्वीर दिखाई तो प्रधानमंत्री ने उसकी प्रशंसा करते हुए कहा कि वह स्वयं इतनी खूबसूरत तस्वीर नहीं बना सकते।

छात्र ने बताया, ‘‘मैं उनके शब्दों से अभिभूत हो गया। उन्होंने यह भी पूछा कि कितना समय यह तस्वीर बनाने में लगा है और क्या परिवार में भी कोई चित्र बनाता है।’’

प्रधानमंत्री ने भी छात्रों से संवाद पर खुशी साझा की और ट्वीट किया,‘‘ वंदे भारत एक्सप्रेस पर यादगार बातचीत।’’

उन्होंने केरल के स्कूल के छात्रों के साथ संवाद का वीडियो भी साझा किया है।










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