फुलवारीशरीफ मामलाः एनआईए ने कटिहार में छापेमारी की

राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण(एनआईए) ने प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े फुलवारीशरीफ आतंकी मॉड्यूल मामले की जांच के सिलसिले में कटिहार जिले के हसनगंज थाना क्षेत्र के मुजफ्फर टोला इलाके में इस संगठन से कथित तौर पर जुड़े महबूब आलम के परिसरों की बुधवार को तलाशी ली।

Updated : 31 May 2023, 6:15 PM IST
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कटिहार: राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण(एनआईए) ने प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) से जुड़े फुलवारीशरीफ आतंकी मॉड्यूल मामले की जांच के सिलसिले में कटिहार जिले के हसनगंज थाना क्षेत्र के मुजफ्फर टोला इलाके में इस संगठन से कथित तौर पर जुड़े महबूब आलम के परिसरों की बुधवार को तलाशी ली।

सूत्रों के मुताबिक एनआईए के अधिकारियों ने कथित रूप से पीएफआई से जुड़े आलम के परिसरों की तलाशी ली और कई आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए जिनका विश्लेषण किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि सुबह करीब छह बजे शुरू हुई छापेमारी की कार्यवाही कुछ घंटों तक जारी रही। हालांकि, इस बारे में अधिकारियों ने कुछ नहीं कहा लेकिन माना जा रहा है कि आलम के कुछ रिश्तेदारों से भी एनआईए के अधिकारियों ने पूछताछ की थी।

सूत्रों ने बताया कि एनआईए के अधिकारियों को तलाशी के दौरान जिला पुलिस कर्मियों की मदद मिली।

इससे पहले एनआईए ने 25 अप्रैल को प्रतिबंधित पीएफआई से जुड़े फुलवारीशरीफ आतंकी मॉड्यूल मामले की जांच के तहत बिहार, गोवा, उत्तर प्रदेश और पंजाब में 16 स्थानों पर तलाशी ली थी।

पिछले महीने बिहार के सीवान, शिवहर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, कटिहार, अररिया, पूर्णिया और पूर्वी चंपारण जिले में तलाशी ली गई थी।

पिछले साल जुलाई महीने में इस मामले में पीएफआई के कई सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था और जांच बिहार के फुलवारी शरीफ में पीएफआई कैडर के प्रशिक्षण से संबंधित है।

एनआईए ने इस मामले में चार आरोपियों के खिलाफ जनवरी में आरोप पत्र दायर किया था।

गौरतलब है कि पिछले साल पटना के फुलवारी शरीफ इलाके में पीएफआई के एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया था जिससे केंद्र सरकार द्वारा संगठन पर प्रतिबंध लगाए जाने से कुछ महीने पहले पीएफआई की गतिविधियां उजागर हुईं थी।

 

Published : 
  • 31 May 2023, 6:15 PM IST

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