भारत को कर्ज से मुक्ति दिलाने के लिए पीठाधीश्‍वर ने बताया अचूक उपाय, पढ़े पूरी खबर

डीएन ब्यूरो

सिद्धपीठ हथियाराम मठ के पीठाधीश्‍वर स्‍वामी भवानीनंदन यति जी ने हरिहरपुर कालीधाम मंदिर चैत्र नवरात्र के दौरान चल रहे धार्मिक अनुष्ठान किया और बताया कि भारत सरकार पर विश्व बैंक का बहुत सारा कर्ज है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट



गाजीपुर: सिद्धपीठ हथियाराम मठ के पीठाधीश्‍वर स्‍वामी भवानीनंदन यति जी ने हरिहरपुर कालीधाम मंदिर चैत्र नवरात्र के दौरान चल रहे धार्मिक अनुष्ठान के बताया कि भारत सरकार पर विश्व बैंक का बहुत सारा कर्ज है और इस कार्य को साधु महात्मा मां लक्ष्मी का वैदिक अनुष्ठान कर देश को कर्ज से मुक्ति दिला सकते हैं। क्योंकि आज पैदा होने वाला बच्चा भी कर्ज के तले ही पैदा होता है।

यहां पर हरि और देवताओं की पूजा होती है। आदिकाल से सनातन धर्म में ब्रह्मा, विष्‍णु, महेश की पूजा होती है, जो वर्तमान में वैज्ञानिक न्‍यूट्रान, प्रोट्रान और इलेक्‍ट्रान को मानते हैं। वही ब्रह्मा, विष्‍णु, महेश हैं। जिसने विश्‍व की संरचना की है। मैं पूर्ण रुप से सन्‍यासी और भाग्‍यशाली हूं कि गाजीपुर मेरी कर्मस्‍थली हैं। सन्‍यासी बाईलाज के आधार पर जीवनयापन करता हूं। उन्‍होने बताया कि सनातन परम्‍परा में मंत्र की बहुत बड़ी शक्ति है। आज भी मंत्र की साधना करने से हर ईच्‍छा की पूर्ति होती है। मंत्र के बल पर ही महाराजा दशरथ को श्रीराम जैसा पुत्र प्राप्‍त हुआ। श्रीराम जैसा पुत्र आजतक दूसरा कोई जन्‍म नही लिया हुआ है।

इस दौरान उन्होंने दैविक शक्ति और मंत्र के आधार पर भारत को आर्थिक तंगी से बाहर निकलने का भी दावा किया उन्होंने बताया कि वर्तमान सरकारों ने धर्म को काफी प्रोत्साहित किया है। जिससे संतों का भी सम्मान बढा है, सिर्फ मंदिर बनाने और संतों का सम्मान देने से भारत का विकास नहीं होगा इसके लिए उन्होंने सरकार से कहा कि एक ऐसा फलदार वृक्ष लगाओ जिससे भारत और सरकार को फल प्राप्त हो।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार इस दौरान उन्होंने सरकार से एक बात कही भारत विश्व के कर्ज से दबा हुआ है और हमारे वैदिक इतिहास में मंत्र के अधीन देव हुआ करते हैं। यानी की मां लक्ष्मी का आकर्षण करने के लिए भारत को कर्ज से मुक्ति दिलाने के लिए संत महात्मा और ज्ञानी जन मिलकर जब तक मां लक्ष्मी का श्री सूत और अग्नि सूत मंत्र से वृहद अनुष्ठान नहीं करेंगे तब तक भारत को कर्ज से मुक्त होना संभव नहीं है। क्योंकि भारत की सरकार जानती है कि देश कितना कर्ज में डूबा हुआ है, भारत में पैदा होने वाले प्रत्येक बच्चे पर कर्ज पहले से तैयार है उन्होंने कहा कि आज के युवाओं के बेरोजगारी से मैं बहुत ही मद्महत हूं।










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