

दिल्ली में ठगी का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। जिसका पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की खास रिपोर्ट
नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने गाजियाबाद से एक 38 वर्षीय युवक को गिरफ्तार किया है। यह युवक खुद को क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (RTO) अधिकारी बताकर वाहन मालिकों से चालान के नाम पर ऑनलाइन ठगी कर रहा था।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, आरोपी की पहचान आशीष शर्मा के रूप में हुई है। आशीष लोगों को उनके वाणिज्यिक वाहनों पर लंबित चालानों के बहाने कॉल करता था और खुद को RTO का अधिकारी बताकर डराता था कि जुर्माना नहीं भरे जाने पर उनके परमिट रद्द कर दिए जाएंगे।
शिकायतकर्ता से ठगे 12 हजार रुपये
एक पीड़ित वाहन मालिक को उसने इसी तरीके से धमकाया और 12,500 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करवाए। बाद में जब शिकायतकर्ता को धोखाधड़ी का संदेह हुआ तो उसने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। जांच के दौरान बैंक ट्रांजेक्शन और कॉल रिकॉर्ड्स के जरिए आरोपी तक पहुंचा गया।
पहले RTO कार्यालय में था निजी एजेंट
पूछताछ में आशीष ने बताया कि वह पहले गाजियाबाद RTO कार्यालय में निजी एजेंट के तौर पर काम करता था। इस दौरान उसे पुरानी वाहन पंजीकरण फाइलों तक पहुंच मिल गई थी। इन्हीं दस्तावेजों का इस्तेमाल वह लोगों को झांसा देने के लिए करता था।
ठगी का हाईटेक तरीका
पुलिस ने बताया कि आरोपी ने अपनी कॉलिंग प्रोफाइल पर पुलिस का लोगो और एक अधिकारी की तस्वीर लगाई हुई थी ताकि लोगों को यह विश्वास दिला सके कि वह कोई सरकारी अफसर है। इसके साथ ही वह एक ऑनलाइन ऐप से वाहन मालिकों की जानकारी निकालकर उन्हें कॉल करता था।
मोबाइल फोन और बैंक किट जब्त
पुलिस ने आरोपी के पास से दो मोबाइल फोन और कई बैंक खातों से जुड़े किट बरामद किए हैं। दिल्ली पुलिस के अनुसार यह मामला ऑनलाइन ठगी के नए तरीकों की ओर इशारा करता है। मामले की गहन जांच की जा रही है।