रेपो रेट में बदलाव नहीं होने का मतलब है कि मुद्रास्फीति पर चिंताएं गंभीर हैं: कांग्रेस

डीएन ब्यूरो

कांग्रेस ने भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किए जाने के बाद शुक्रवार को दावा किया कि यह इस बात का परिचायक है कि करोड़ों परिवार कमरतोड़ महंगाई के चलते बहुत मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट

रेपो रेट में बदलाव नहीं होने का मतलब है कि मुद्रास्फीति पर चिंताएं गंभीर हैं
रेपो रेट में बदलाव नहीं होने का मतलब है कि मुद्रास्फीति पर चिंताएं गंभीर हैं


नयी दिल्ली:  कांग्रेस ने भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किए जाने के बाद शुक्रवार को दावा किया कि यह इस बात का परिचायक है कि करोड़ों परिवार कमरतोड़ महंगाई के चलते बहुत मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक रिजर्व बैंक ने केंद्रीय बैंक नीतिगत दर रेपो को 6.5 प्रतिशत पर ही बरकरार रखा है।

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने 'एक्स' पर पोस्ट किया, 'आरबीआई ने रेपो रेट 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखी है। इसका सीधा मतलब यह है कि मुद्रास्फीति पर चिंताएं गंभीर बनी हुई हैं। 47 महीनों से उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) आरबीआई के 4 प्रतिशत के मध्यम अवधि के लक्ष्य से काफी ऊपर बना हुआ है। अगस्त 2023 में सीपीआई 6.83 प्रतिशत थी।'

उन्होंने कहा, 'यह निश्चित रूप से आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में बेरोकटोक वृद्धि के कारण करोड़ों परिवारों को होने वाली वास्तविक कठिनाइयों से पर्दा उठाता है।'

 










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