नई दिल्ली: कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में धांधली पर दिल्ली पुलिस के तीन कर्मियों सहित छह गिरफ्तार

डीएन ब्यूरो

कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के दौरान जालसाजी, उम्मीदवार के स्थान पर किसी दूसरे व्यक्ति को बैठाने में कथित संलिप्तता के लिए दिल्ली पुलिस के तीन कर्मियों सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

कांस्टेबल भर्ती परीक्षा (फाइल)
कांस्टेबल भर्ती परीक्षा (फाइल)


नई दिल्ली: कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के दौरान जालसाजी, उम्मीदवार के स्थान पर किसी दूसरे व्यक्ति को बैठाने में कथित संलिप्तता के लिए दिल्ली पुलिस के तीन कर्मियों सहित छह लोगों को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने बुधवार को यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि आरोपियों की पहचान हरियाणा निवासी प्रवीण (29), शिखा (29), उत्तर प्रदेश निवासी विशाल कुमार (29), राधे श्याम (47), मोहित कुमार बालियान (43) और उत्तराखंड के निवासी विकास कुमार (22) के रूप में हुई है।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी के मुताबिक यह आरोप लगाया गया था कि दिल्ली पुलिस कांस्टेबल (कार्यकारी) परीक्षा 2020 की भर्ती के दौरान एक उम्मीदवार अर्जुन सिंह ने गलत तरीके से अपनी ऑनलाइन परीक्षा उत्तीर्ण की।

अधिकारी ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण करने के बाद यह पता चला कि सिंह ने प्रयोगशाला में प्रवेश करने के 10 मिनट बाद अपनी सीट छोड़ दी थी, जिसके बाद उसके जैसा दिखने वाला एक व्यक्ति उसकी जगह पर आया और ऑनलाइन परीक्षा दी।

अधिकारी ने कहा कि परीक्षा में अपने स्थान पर दूसरे व्यक्ति को बैठाने की व्यवस्था के लिए सिंह द्वारा नौ लाख रुपये का भुगतान किया गया था। मामले में सबूतों के आधार पर प्रवीण को गिरफ्तार कर लिया गया।

विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र यादव ने बताया कि प्रवीण ने खुलासा किया कि वह परीक्षा केंद्र के लैब स्टाफ सदस्य की मदद से सिंह के स्थान पर उपस्थित हुआ।

उन्होंने बताया कि बालियान ने परीक्षा स्थल के सीसीटीवी फुटेज से छेड़छाड़ की थी तथा श्याम और विकास दोनों ने बालियान के निर्देश पर प्रवीण को परीक्षा स्थल में प्रवेश करने में मदद की। उन्होंने बताया कि जांच के दौरान लैब स्टाफ श्याम, विकास और बालियान को भी गिरफ्तार किया गया।

जांच के दौरान मामले में नाम सामने आने पर विकास और शिखा नामक दो कांस्टेबल को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों ने यह भी खुलासा किया कि परिवीक्षाधीन उप निरीक्षक प्रवीण परीक्षा में शामिल हुआ था।

पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, प्रवीण ने तीन साल तक हरियाणा में सिंचाई विभाग में काम किया है। बाद में, वह दिल्ली पुलिस में उप निरीक्षक पद पर चयनित हुआ जिस पद के लिए उसने पिछले साल 25 नवंबर को कार्यभार संभाला था।

विशाल ने खुलासा किया कि वह शिखा से 2020 में मंगोलपुरी थाने में मिला था, जहां शिखा ने उससे कहा था कि वह पैसे के बदले परीक्षा पास करने में उसकी मदद कर सकती है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि ये दोनों 2019 में कांस्टेबल पद पर चयनित हुए थे।

 










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