

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने शनिवार को कहा कि केंद्र और राज्य के सबसे पुराने उग्रवादी संगठन यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ) के बीच हाल में शांति समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद राज्य में शांति व सामान्य स्थिति की शुरुआत का एक नया अध्याय शुरू हो गया है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
इम्फाल: मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने शनिवार को कहा कि केंद्र और राज्य के सबसे पुराने उग्रवादी संगठन यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ) के बीच हाल में शांति समझौते पर हस्ताक्षर होने के बाद राज्य में शांति व सामान्य स्थिति की शुरुआत का एक नया अध्याय शुरू हो गया है।
बुधवार को नयी दिल्ली में शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे, जिसके साथ ही छह दशक लंबे सशस्त्र संघर्ष का अंत हो गया।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मैं सचमुच में खुश हूं...मणिपुर में शांति और एकता की शुरूआत करने का एक नया अध्याय शुरू हुआ है।’’
सिंह ने कहा कि राज्य में दशकों से जारी रहे उग्रवाद में नागरिकों, विद्रोहियों और पुलिसकर्मियों की जान गई है।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रत्येक व्यक्ति का जीवन, चाहे वह विद्रोही, नागरिक या पुलिसकर्मी हो, बेशकीमती है।’’ उन्होंने कहा कि यूएनएलएफ के साथ शांति समझौते की प्रक्रिया तीन साल पहले शुरू हुई थी।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘मणिपुर के लोगों के समर्थन के बिना, यह शांति समझौता साकार नहीं हो पाता। मैं समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए सहमत होने के वास्ते यूएनएलएफ को धन्यवाद देता हूं।’’
सिंह ने कहा कि मणिपुर के ‘‘99 प्रतिशत लोग' समझौते पर हस्ताक्षर से खुश हैं तथा उन्होंने ‘‘शेष एक प्रतिशत’’ से जश्न का हिस्सा बनने और समझौते की आलोचना न करने का आग्रह किया।
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