Fertilizer Smuggling: भारतीय खाद और बीज से लहलहा रही नेपाल की खेती, जिम्मेदारों को तस्करी की खबर नही

इन दिनों भारत-नेपाल सीमा पर खाद की तस्करी ज़ोरों पर है। नेपाल में गेहूं की दूसरी सिंचाई होने के बाद वहां खाद की डिमांड बढ़ गई है। तस्कर हर दिन भारी मात्रा में नेपाल को यूरिया खाद पहुंचा रहे हैं और जिम्मेदार मौन साध लिये हैं। पूरी ख़बर डाइनामाइट न्यूज़ पर

Updated : 3 February 2023, 6:23 PM IST
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महराजगंजः नेपाल में गेहूं की दूसरी सिंचाई शुरू होने के बाद वहां यूरिया खाद की डिमांड बढ़ गई है। ऐसे में हर रोज तस्कर भारी मात्रा में यूरिया खाद को सीमा उस पार पहुंचा रहे हैं। जबकि कृषि विभाग व पुलिस प्रशासन ने इस तस्करी को रोकने का दावा किया है। बावजूद यूरिया की खेप हर दिन नेपाल में पहुंच रही है।

बर्डघाट तक के आते हैं किसान
नेपाल के नवल परासी, सोनवल, बर्डघाट, सेमरी, त्रिवेणी, गोपीगंज, कुस्महा, परसिया, सबुनी, लोहरौली, पाल्ही, सुनरी, भुजहवा, हरपुर और बेलासपुर सहित नेपाल के कई जिलों के किसान भारतीय बाजारों में खाद-बीज और कीटनाशक खरीदने के लिए आते हैं। रबी की खेती भारतीय दुकानों के सहारे होती है।

यह है भारत-नेपाल के चोर नाके  
खाद-बीज के लिए भारत-नेपाल सीमा पर तस्करों के लिए करीब दो दर्जन चोर नाके हैं। यह रास्ते उनके लिए मुफीद साबित हो रहे हैं। उनमें मुख्य रूप से महेशपुर, टढ़हवा, रमपुरवा, पड़िया ताल से परचहवा, बुढ़तवापुर, लक्ष्मीपुर से भुजहवा, शीतलापुर से रेगहिया, बरगदवा से अशोकवा होते हुए गेरमा के रास्ते माफिया खाद-बीज व कीटनाशक सीमा पार कर रहे हैं।

क्या बोले जिम्मेदार
कृषि विभाग के जिम्मेदारों ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि खाद की तस्करी रोकने लिए पूरा प्रयास किया जा रहा है। तस्करी के लिए जो भी दुकान खाद बेचते पाया जाएगा उसका बिक्री लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा।

Published : 
  • 3 February 2023, 6:23 PM IST

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