

मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद गोवा मुख्यमंत्री का पद के लिए कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी दोनों ने अपने अपने दांव चले थे। लेकिन एक बार फिर भाजपा ने विधानसभा में बहुमत साबित करके बाजी मार ली है।
लखनऊ: पूर्व रक्षा मंत्री और गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के बाद एक बार फिर से गोवा में भाजपा ने विधानसभा में बहुमत साबित कर दिया है। 40 सीटों वाली गोवा विधानसभा में अभी कुल 36 विधायक हैं इसलिए बहुमत के लिए कुल 19 विधायकों की जरूरत थी। फ्लोर टेस्ट के दौरान बीजेपी को 20 वोट मिले।
गोवा मुख्यमंत्री के निधन के बाद भारतीय जनता पार्टी में गोवा को अपने पाले में रखने का जो दबाव था आज वह खत्म हो गया। गौरतलब है कि सोमवार देर रात ही युवा नेता प्रमोद सावंत ने राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ले ली थी। लेकिन असली परीक्षा बुधवार को होनी थी। जिसे गोवा के नए नवेले सीएम प्रमोद सावंत ने पार कर लिया है।
पणजी के गोवा विधानसभा में विशेष सत्र के दौरान बुधवार दोपहर को बहुमत परीक्षण हुआ। जिसमें से भाजपा सरकार के पक्ष में कुल 20 वोट पड़े। बहुमत के लिए 19 विधायकों की आवश्यकता थी।
अमित शाह और नितिन गडकरी की जोड़ी ने किया कमाल
सूत्रो के अनुसार बीजेपी को गोवा की सत्ता में बनाए रखने के लिए शाह और गडकरी पर्दे के पीछे काफी सक्रिय रहे। दोनों नेताओं ने बेहद मुश्किल काम को सफलतापूर्वक अंजाम तक पहुंचा दिया जिसकी बानगी आज विधानसभा में दिखी।
गोवा विधानसभा में आंकड़ों की स्थिति
गोवा में कुल 40 विधानसभाएं हैं। अभी राज्य की 4 खाली सीटों पर उपचुनाव होने हैं। वर्तमान में 36 विधानसभा सीटों के हिसाब से ही बहुमत तय किया गया। इसलिए बहुमत साबित करने के लिए सिर्फ 19 विधायकों की आवश्यकता है।
पर्रिकर के परिवार से मिले थे सावंत
गोवा के नवनियुक्त मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने मंगलवार सुबह कार्यभार संभाल लिया था। इससे पहले उन्होंने अपने पूर्ववर्ती दिवंगत मनोहर पर्रिकर के परिजनों से शिष्टाचार भेंट की थी।
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