एटा: शहीद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार की अंतिम विदाई में उमड़ा जनसैलाब, बेटे श्रेय ने दी मुखाग्नि

डीएन संवाददाता

बुलंदशहर में गोकशी को लेकर भड़की हिंसा में शहीद हुए इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह के अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक गांव तरगंवा में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। शहीद के बड़े बेटे श्रेय ने पिता को मुखाग्नि दी। डाइनामाइट न्यूज़ की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट



एटाः शहीद इंस्पेक्टर सुबोध कुमार पंचतत्व में विलीन हो गए हैं। उनके पैतृक गांव तरगंवा में उन्हें अंतिम श्रद्धांजलि दी गई, इस दौरान हजारों की तादाद में शहीद को अंतिम विदाई देने के लिए कई गांवों से लोग यहां पहुंचे। शहीद को उनके बड़े बेटे श्रेय ने मुखाग्नि दी। एटा में उनके पैतृक गांव में उनके समाज के विधि-विधान से शहीद इंस्पेक्टर की चिता को अग्नि दी गई।   

यह भी पढ़ेंः बुलंदशहर हिंसाः सुमित की मौत को लेकर बड़ा खुलासा.. पिता ने कहा- कोतवाल की गोली से हुई मौत   

 

 

यहां अंत्येष्टि स्थल पर जिस उमड़े जनसैलाब ने शहीद के परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की और शहीद की आत्मा को लेकर भवगान से शांति की कामना की। बता दें कि बुलंदशहर में गोकशी को लेकर मची हिंसा की आग में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार सिंह की उग्र भीड़ ने पत्थरबाजी और फायरिंग कर जान ले ली।     

यह भी पढ़ेंः बुलंदशहर हिंसा को लेकर सवालों के घेरे में मेरठ जोन ADG, IG और SSP की भूमिका..

 

पिता को मुखाग्नि देता बड़ा बेटा 

यह भी पढ़ेंः इंस्पेक्टर सुबोध सिंह हत्याकांड: हिंसा भड़काने वाले 4 उपद्रवी गिरफ्तार..अभी एक की और तलाश

इस दौरान जब वहां दंगा ज्यादा भड़का तो इंस्पेक्टर को घायल अवस्था को छोड़कर उनके सहयोगी पुलिसकर्मी वहां से भाग खड़े हुए थे जिस वजह से उन्होंने तड़प-तड़प कर अस्पताल ले जाते समय रास्ते पर ही दम तोड़ दिया। जब उनके पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव तरगंवा में लाया गया तो यहां भारी तादाद में न सिर्फ उनके गांव से लोग पहुंचे थे बल्कि आस-पास के गांवों से भी ग्रामीण अपने इस लाल की शहादत को सलाम करने और उनके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए यहां आये थे।

 

 










संबंधित समाचार