Manipur Violence: कुकी और मेइती कलाकारों ने बताई मणिपुर अशांति की ये खास दवा, जानिये पूरा अपडेट

डीएन ब्यूरो

मणिपुर हिंसा में शामिल दोनों समुदायों से जुड़े संगीतकारों ने माइकल जैक्सन के प्रसिद्ध गीत 'मुझे अच्छे संगीत से प्यार है, इसका कोई रंग नहीं, इसकी कोई सीमा नहीं' का जिक्र किया और कहा कि अशांति के इस माहौल को समाप्त करने में संगीत जादू सा असर डाल सकता है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

माइकल जैक्सन के प्रसिद्ध गीत
माइकल जैक्सन के प्रसिद्ध गीत


कोलकाता: मणिपुर हिंसा में शामिल दोनों समुदायों से जुड़े संगीतकारों ने माइकल जैक्सन के प्रसिद्ध गीत 'मुझे अच्छे संगीत से प्यार है, इसका कोई रंग नहीं, इसकी कोई सीमा नहीं' का जिक्र किया और कहा कि अशांति के इस माहौल को समाप्त करने में संगीत जादू सा असर डाल सकता है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, कुकी और मेइती दोनों समुदाय के संगीतकारों ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि मतभेदों को दूर करने में अभी भी देर नहीं हुई है और संगीत सबसे बेहतर मरहम का काम कर सकता है।

कुकी समुदाय के प्रसिद्ध गायक डोन्नी ने फोन पर कहा, ''एक संगीतकार होने के नाते, हम सभी काफी अच्छा वक्त बिताते हैं। हम दूसरे समुदाय के लोगों से मिलते हैं और उनकी अद्भुत संगीत शैली को सुनकर हमारे संबंध बनते हैं। हम अक्सर एक-दूसरे के साथ बैठकर बात करते हैं और अपनी-अपनी जिंदगियों में क्या चल रहा है उसके बारे में जानते हैं।''

डोन्नी ने कहा, ''इन हालात की शुरुआत से पहले, हम मणिपुर के संगीत प्रेम को नई ऊंचाईयों पर ले जाना चाहते थे, जहां हर सप्ताह कोई न कोई समारोह होता रहता था। मेरा निजी तौर पर मानना है कि जब तक हिंसा नहीं भड़की थी तब तक महत्वाकांक्षी संगीतकार संगीत को एक मुख्य करियर विकल्प के रूप में ले रहे थे।''

प्रसिद्ध 'ड्रमर' और मेइती समुदाय के संगीतकार मोमो लैशराम भी यह मानते हैं कि घावों को भरने में संगीत एक दवा के रूप में काम कर सकता है।

इंफाल से उन्होंने फोन पर ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, '' मौजूदा हालात अभी भी अस्थिर हैं। लेकिन अगर कोई चीज है, जो राज्य में शांति को बहाल कर सकती है तो वह है संगीत।''

उन्होंने कहा, ''संगीतकार होने के नाते हम सिर्फ यही जानते हैं कि कैसे संगीत के माध्यम से लोगों के दिलों को छुआ जाए। फिलहाल हम विस्थापित लोगों की मदद के लिए चंदा इकट्ठा करने के लिए कुछ इलाकों में संगीत कार्यक्रमों में गा-बजा रहे हैं। यही चीज है, जो हम कर सकते हैं।''

डोन्नी ने कहा, ''मुझे उम्मीद है कि शांति बहाल होगी और मैं फिर से संगीत कार्यक्रमों की गूंज सुन सकूंगा।''










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