

महराजगंज जनपद में विभिन्न जनपदों से ठुकराए गए अधिकारियों को पनाह देने के कई मामले समय-समय पर सामने आते रहते हैं। अब देवरिया से विधायक की शिकायत पर हटाए गए बिजली विभाग के एसडीओ को यहां भेजा गया है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट
महराजगंजः उत्तर प्रदेश के महराजगंज जनपद में विभिन्न जनपदों से ठुकराए गए अधिकारियों को पनाह देने के कई मामले समय-समय पर सामने आते रहते हैं। ऐसा ही एक मामला और देखने को मिला है। देवरिया सदर के विधायक डा. शलभ मणि द्वारा 7 अक्टूबर को प्रमुख सचिव को शिकायती पत्र भेजा गया था।
पत्र के माध्यम से एसडीओ वर्कशाप के पद पर तैनात इंजीनियर मोहम्मद नय्यर अनवर पर गंभीर आरोप लगाकर निलंबित करने और उनकी आय व संपत्ति की जांच कराने की मांग की गई थी।
एसडीओ पर यह आरोप था कि वे हिंदुओं के पर्वों, त्योहारों पर बिजली देने तथा खराब ट्रांसफार्मरों को बदलने में हीलाहवाली करते हैं।
छवि खराब करने का खेल
क्षेत्र के कुछ कुख्यात दलाल से इनकी मिलीभगत है जिससे भाजपा सरकार और भाजपा कार्यकर्ताओं की छवि खराब करने के खेल में संलिप्त हैं।
तत्काल कार्यभार ग्रहण करने का निर्देश
जनपद में यह मिला पद देवरिया से स्थानान्तरित होकर महराजगंज आए इंजीनियर नय्यर अनवर सहायक अभियंता संबद्ध कार्यालय अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण महराजगंज का दायित्व संभालेंगे। मुख्य अभियंता पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड मोहददीपुर गोरखपुर ने यह भी निर्देश दिया है कि तत्काल कार्यभार ग्रहण कर सूचना कार्यालय को उपलब्ध कराएं। इसकी प्रतिलिपि प्रबंध निदेशक वाराणसी को भेजी गई है।
पूर्व के मामले
सितंबर 2022 में महराजगंज जनपद में बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता हरिशंकर, उपखंड अधिकारी एसडीओ ईश्वर सिंह, कार्यकारी सहायक अविाश मणि पांडेय, राजकपूर और रूद्रप्रताप पांडेय पर कोतवाली में एफआईआर की जा चुकी है।
इन पर आरोप था कि सभी ने बिजली बिल से 3 लाख 62 हजार 355 रूपए की कम वसूली कर विभाग को चूना लगाया है। पावर कारपोरेशन के तत्कालीन चेयरमैन एम देवराज के आदेश पर अधीक्षण अभियंता ने केस दर्ज कराया था।