महराजगंज: फरेंदा क्षेत्र में भू माफियाओं का आतंक, रजिस्ट्रार से मिलीभगत, तहसीलदार की रोक और कोर्ट में लंबित मामले के बाद भी जमीन का बैनामा

डीएन ब्यूरो

फरेंदा क्षेत्र में भू माफियाओं का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। लगता है कि भूमाफियों को कानून का जरा भी खौफ नहीं है। रजिस्ट्रार की मिलीभगत से भूमाफियाओं ने एक बड़ा कारनामा कर दिया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट



महराजगंज: यूपी की योगी सरकार के कड़े आदेशों के बावजूद भी भू माफियाओं का भ्रष्टाचार और दबंगई जारी है। जनपद के फरेंदा क्षेत्र में रजिस्ट्रार की मिलीभगत से भू माफियाओं ने एक ऐसी जमीन का बैनामा कर दिया, जिस पर तहसीलदार ने रोक लगाई हुई थी। तहसीलदार की रोक के अलावा यह मामला अदालत में भी विचाराधीन है लेकिन भूमाफिया ने कानून को धत्ता बताते हुए पीड़ित पक्ष को धमकियां देकर जमीन का बैनामा करा दिया।

पीड़ित ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि फरेंदा तहसीलदार द्वारा मामले के निस्तारण तक जमीन के क्रय-विक्रय पर रोक लगाई हुई है। पीड़ित के मुताबिक जमीन कब्जा करने के लिये भूमाफिया लाठी-डंडे व हथियार लेकर मौके पर पहुंचा। जब पीड़ित पक्ष ने भूमाफिया को बताया कि मामला अदालत में है, तो भूमाफिया ने पीड़ित पक्ष के लोगों को जान से मारने की धमकी दी और जमीन पर कब्जा कर लिया। 

पीड़ित पक्ष के मुताबिक भू माफिया को तहसीलदार के आदेश को दरकिनार करते हुए जमीन का बैनामा कराये एक दिन भी नहीं बीता था कि माफिया दूसरे दिन उश जमीन पर भी कब्जा करने पहुंच गया, जिस जमीन का मामला न्यायालय में विचाराधीन है। भूमाफिया लाठी-डंडे व हथियार लेकर जमीन कब्जा करने पहुंचा। 

जब पीड़िता द्वारा भू माफियाओं को बताया गया कि यह मामला न्यायालय में विचाराधीन है तो भू माफिया ओमकारनाथ पाण्डेय, राजेश राय, योगेंद्र पाण्डेय, कैलाशपति पाण्डेय पीड़ित को धमकी देते हुए कहा कि बीच से हट जाओ, नहीं तो जान से हाथ धो बैठोगे। 

भू माफियाओं का आतंक इतना बढ़ गया है कि ना तो भू माफियाओं को प्रशासन का डर है ना पुलिस का। भूमाफियाओं को न तो कानून का खौफ है और ना ही तहसीलदार के आदेश का। अब देखना यह है कि पुलिस और प्रशासन द्वारा इस मामले में भू माफिया के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है।










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