महराजगंज: प्रेरकों ने शिक्षक दिवस को मनाया काला दिवस के रूप में

डीएन ब्यूरो

जिले के प्रेरकों ने शिक्षक दिवस को काला दिवस के रुप में मनाया है। उन्होंने अपनी लंबित पड़ी मांगों को जल्द पूरा करने की मांग की है।

धरने पर बैठे प्रेरक
धरने पर बैठे प्रेरक


महराजगंज: जिले में ग्राम स्तर पर शिक्षा केन्द्रों के माध्यम से प्रेरक निरक्षर लोगों को साक्षर करने का काम कर रहे हैं लेकिन उनका 40 महीने का वेतन बाकी है जिसको लेकर गत 5 सितंबर 2017 को लखनऊ में धरना प्रदर्शन शुरू किया था। जिसके बाद में पुलिस ने लाठी चार्ज करके खदेड़ दिया था। शासन ने तब दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्यवाही करने की बात कही थी लेकिन अब तक कार्यवाही नही हुई है। जिसको लेकर प्रेरकों ने शिक्षक दिवस को काला दिवस के रूप में मनाया।

यह भी पढ़ें: महराजगंज: ओम प्रकाश राजभर ने कहा-शिक्षामित्रों को शिक्षक बनाने का योगी फार्मूला रहा सफल 

धरने पर बैठे महिला व पुरूष प्रेरक

 

मिली जानकारी के मुताबिक प्रेरक अक्टूबर 2010 से 15-35 वर्ष के निरक्षरों को साक्षर करते चले आ रहे हैं जिन्हे प्रति क्रेन्द्र दो हजार रूपये की मानदेय मिलता था लेकिन बीते 31 मार्च 2018 को प्रदेश सरकार ने इस योजना की संविदा अवधि रोक दी लेकिन अब तक मांगे पूरी न होने पर दोबारा धरना प्रदर्शन करने लिए तैयारी कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें: महराजगंज: मानदेय वृद्धि के मुद्दे को लेकर शिक्षक अनुदेशकों ने सिर मुड़वाकर जताया विरोध, दी आत्मदाह की चेतावनी 

प्रेरकों की मांगे

दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई की जाये, बकाया मानदेय का एक मुश्त भुगतान किया जाये, संविदा बढ़ाने, प्राथमिक अनुदेशक के रूप में समायोजित करने,राज्य कर्मचारियों की तरह लाभ देने की प्रेरकों ने मांग की। साथ ही यह मांग पत्र जिलाधिकारी के जरिये मुख्यमंत्री को भी भेजा।
 










संबंधित समाचार