DN Exclusive महराजगंज: डॉक्टरों के अभाव में सिसवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बीमार, कौन करेगा इलाज

डीएन ब्यूरो

महराजगंज के उपनगर में स्थित सिसवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चिकित्सकों के आभाव में कई तरह की बीमारियों से जूझ रहा है। मरीजों को यहां कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। डाइनामाइट न्यूज़ ने जब इस अस्पताल की पड़ताल की तो कई हैरान करने वाली बाते सामने आयी। एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..

सिसवां सामुदायिक स्वास्थ केंद्र
सिसवां सामुदायिक स्वास्थ केंद्र


कोठीभार (महराजगंज): स्थानीय उपनगर सिसवा बाजार कस्बे में स्थित सिसवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र विगत दस वर्षां से संचालित हो रहा है लेकिन यहां चिकित्सकों के आभाव में मरीजों को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि अस्पताल में डॉक्टरों के अभाव के अलावा और भी कई दिक्कतें है। अस्पताल खुद ही इस तरह बीमार है कि उसे इलाज की जरूरत है। 

डाइनामाइट न्यूज़ ने जब इस अस्पताल का जायजा लिया को यहां कई बुनियादी सुविधाएं भी नजर नहीं आयी। यहां इलाज के लिये आये लोगों का कहना है कि इस अस्पताल में पर्ची भी नहीं काटी जाती है। और तो और ओपीडी भी संचालित नहीं होती है। यहां पर सिर्फ एक ही फार्मासिस्ट के कंधों पर पूरे सिसवा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का भार है। 

स्वच्छता मिशन भी शर्मसार

सिसवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रधानमंत्री स्वच्छता मिशन को भी ठेंगा दिखा रहा है और यहां फैली गदंगी स्वच्छता मिशन को शर्मसार कर रही है। अस्पताल परिसर में कहीं कूड़ो का ढेर  तो कहीं झाडियों का अम्बार दिखाई देता हैं। दूसरी तरफ चिकित्सकों के अभाव में सिसवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अक्सर वीरान पड़ा रहता है। 

फार्मासिस्ट पर सारा जिम्मा

डाइनामाइट न्यूज़ टीम शुक्रवार को सुबह 10: 30 बजे जब सिसवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंची तो वहां एक भी डॉक्टर उपस्थित नहीं थे। मरीजों के लिए पर्ची काटने वाली खिडक़ी भी नही खुली थी। वहां सिर्फ एक फार्मासिस्ट उमेश चंद गुप्ता हास्पिटल पर मौजूद थे और वे ही सारा जिम्मा संभाले दिखे। कहने को इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 3 चिकित्सकों की नियुक्ति है, जिसमें डा प्रतीक केजरीवाल, डा संजय त्रिपाठी, डा वैभव प्रबल के अलावा डेंटल हाइजेनिक भूपेंद्र शर्मा एवं दो स्टाफ नर्स रोशनी व वंदना मेहरा सहित एक फर्मोसिस्ट उमेश चंद गुप्ता की नियुक्ति है। लेकिन अस्पताम में वीराना पसरा हुआ दिखाई देता है।

इमरजेंसी डयूटी

इस संबंध में जब डाइनामाइट न्यूज़ ने प्रभारी चिकित्साधिकारी ओमशिव मणि त्रिपाठी से बातचीत की तो उनका कहना था कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर मात्र दो ही चिकित्सक नियुक्त है जो कि इमरजेंसी डयूटी करके घर चले गए है।

अस्पताल की हालत बताती है कि यहां डॉकटरों के अबाव में मरीजों ने भी आना छोड़ दिया है। कोई भी जनप्रतिनिधि अस्पताल की सुध लेने को तैयार नहीं दिखता। 










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