महराजगंज: मानव रहित रेलवे फाटक बंद कराने पहुंची पुलिस टीम को ग्रामीणों ने बैरंग भेजा

डीएन ब्यूरो

मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग को बंद करने पहुंचे रेलवे कर्मी और पुलिस बल को ग्रामीणों के विरोध का भारी सामना करना पड़ा। ग्रामीणों के भारी दबाव के चलते टीम को रेलवे फाटक बंद करने का निर्णय फिलहाल टालना पड़ा। डाइनामाइट न्यूज़ की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..



महराजगंजः सिसवा कोठीभार थाना क्षेत्र के ग्राम सभा सबया ढाला के दक्षिण टोला के बीच चिरैयाकोट के मानव रहित रेलवे क्रॉसिंग को बंद करने पहुंचे रेलकर्मी और आरपीएफ पुलिस बल को ग्रामीणों ने वापस लौटा दिया। भारी संख्या में पहुंचे ग्रमीणों के दबाव को देखते हुए पुलिस टीम ने अगले 15 दिनों के लिये इस रेलवे फाटक को बंद करने का निर्णय टाल दिया है। ग्रमीणों का कहना है कि वह इस बारे मे उच्चाधिकारियों से बात करेंगे।  

फाटक बंद करने के विरोध में मौके पर जुटी महिलायें

 

रेलवे फाटक को बंद कराने पहुंची टीम की जैसे ही ग्रामीणों को जानकारी मिली, वे इसके विरोध में खडे़ हो गये। ग्रामीणों का कहना है कि सिसवा एवं सबया ढाला के बीच यह मुख्य रास्ता है, जो कई गांवों को जोड़ता है। रेलवे फाटक के बंद होने से कई गांव वालों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। 

अफसर करते रहे मीटिंग, लेकिन नहीं सूझा कोई उपाय

 

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ग्रामीणों का कहना है कि इन गांवों में मुख्य रूप से सण्डा खुर्द, सबया,हेवती,गजौली, लोहड़ी सहित कई गांवों के ग्रामीणों आना-जाना लगा रहता हैं। लोगों ने इस बारे में एसडीएम से बात करने का निर्णय लिया।

ग्रमीणों को समझाती रही प्रशासन की टीम.. पर नहीं बनी बात

 

गांव वालों को पुलिस टीम ने कई तरीके से समझाने की बात की लेकिन ग्रामीण नहीं माने। इस रेलवे फाटक को सहायक मण्डल अभियन्ता गोरखपुर राजेन्द्र सिंह की मौजूदगी में बंद करवाया जा रहा था लेकिन ग्रमीणों की जिद के आगे सभी अधिकारी और उनकी टीम लाचार नजर आयी और विवश होकर वापस लौट गयी।










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