महराजगंजः घुघली के सुपरवाइजर के खिलाफ दर्ज कराई थी शिकायत, जानिये क्या हुआ

डीएन संवाददाता

महराजगंज जनपद के घुघली ब्लॉक के ग्राम नरायनपुर निवासी ने आईजीआरएस पर करीब सात माह एक पूर्व शिकायत दर्ज कराई थी।जानिये क्या हुआ इस मामले में। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

बाल विकास परियोजना, घुघली
बाल विकास परियोजना, घुघली


घुघली (महराजगंज): घुघली ब्लॉक के ग्राम नरायनपुर निवासी ने आईजीआरएस पर करीब सात माह एक पूर्व शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा था कि बाल विकास परियोजना घुघली में मुख्य सेविका 21 वर्षों से कार्यरत हैं। मुख्य सेविका पर शिकायत में कथित तौर पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया गया था।

इस शिकायत को उपनिदेशक बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार लखनऊ ने संज्ञान लिया था। जनपद के कार्यक्रम अधिकारी को कार्यवाही के निर्देश दिए थे। सात माह बाद भी कार्यक्रम अधिकारी ने इस प्रकरण में कोई रूचि नहीं दिखाई है। आज तक सुपरवाइजर पर न तो कोई कार्यवाही की गई और न ही मामले में कोई जांच। इसको लेकर क्षेत्र में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। 

जानिये पूरा मामला 
डाइनामाइट न्यूज संवाददाता के अनुसार एक फरवरी 2024 को घुघली ब्लाक के ग्रामसभा नरायनपुर निवासी ओमप्रकाश ने आईजीआरएस संख्या 40018724001496 के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में कहा गया था कि श्रीमती सोनी देवी मुख्य सेविका एक ही परियोजना में 21 वर्षों से कार्यरत हैं। इनके द्वारा भ्रष्टाचार की बू आ रही है। जल्द से जल्द इनको हटाया जाए ताकि भ्रष्टाचार बंद हो सके।

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इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए निदेशालय बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार उत्तर प्रदेश लखनऊ की उपनिदेशक डा. अनुपमा शांडिल्य ने 14 फरवरी 2024 को अपने पत्रांक संख्या 9029-30 के माध्यम से महराजगंज के कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया।

शिकायत निस्तारण का निर्देश

उन्होंने आईजीआरएस शिकायत का हवाला देते हुए मुख्य सेविका श्रीमती सोनी देवी के संबंध में जांच करते हुए तत्काल आवश्यक कार्यवाही करते हुए शिकायत के निस्तारण का निर्देश दिया था।

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सुपरवाइजर का पक्ष जानने की कोशिश

इस आदेश की कापी संयुक्त परियोजना समन्वय/नोडल अधिकारी आईजीआरएस शिकायत मुख्यालय को भी भेजी थी। मजे की बात तो यह है कि सात माह बाद भी कार्यक्रम अधिकारी ने इस प्रकरण पर कोई गंभीरता नहीं दिखाई है। आज भी सुपरवाइजर अपने पद पर काबिज हैं। इस संबंध में सुपरवाइजर श्रीमती सोनी देवी से उनका पक्ष लेने की कोशिश की गई किंतु संपर्क नहीं हो सका। 

शिकायकर्ता का बयान
इस संबंध में शिकायतकर्ता ओमप्रकाश ने संवाददाता को बताया कि भले ही सरकार आईजीआरएस, 1098 से लेकर तमाम सुविधाएं लागू कर दे पर रसूख वाले इनको धता बता ही देते हैं। इसका जीता जागता उदाहरण मुख्य सेविका हैं। 










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