महराजगंज: जानिये, ग्रामीणों का क्यों फूटा गुस्सा, ट्रैक्टर-ट्रालियों व जेसीबी मशीन को रोका, श्रमिकों को वापस भेजा

डीएन ब्यूरो

जिले के ग्रामीण क्षेत्र के कुछ लोगों का उबाल लगातार बढता जा रहा है। उन्होंने शनिवार को काम पर लगी ट्रैक्टर-ट्रालियों और जेसीबी मशीनों को रोक दिया और श्रमिकों को वापस भेज दिया। पढिये, क्या है पूरा मामला..

ग्रामीणों ने मौके पर पहुंच रोका निर्माण कार्य
ग्रामीणों ने मौके पर पहुंच रोका निर्माण कार्य


महरागंज: ठूठीबारी थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सभा राजबारी व ठूठीबारी के बीच बहने वाली झरही नदी से बाईपास सड़क निर्माण के लिये निकाली जा रही मिट्टी को लेकर ग्राम सभा राजबारी की जनता लामबंद हो गई है। यह नदी दो तहसीलों का विभाजन भी करती है। सड़क निर्माण में मिट्टी निकालकर सड़क पटाई से आक्रोशित ग्रामीणों ने वहां कार्य कर रही ट्रैक्टर-ट्रालियों और जेसीबी मशीन को जबरन रोक दिया और श्रमिकों को वापस भेज दिया। लोगों का उबाल लगातार बढता जा रहा है और पूरी तरह काम न रोकने तक आंदोलन जारी रखने की बात कर रहे हैं।

गौरतलब है कि ग्राम सभा ठूठीबारी में झरहि प्यास नदी के पूर्बी तटबंध पर नौतनवा रोड स्तिथ राजाबारी झरहि पुल से कस्टम कार्यालय तक 850 मीटर बाईपास सड़क का निर्माण हो रहा है। जिसमें मिट्टी पटाई का कार्य चल रहा है। शुक्रवार को ठेकेदार द्वारा झरहि नदी के पश्चिमी तटबंध से ग्राम सभा राजबारी को ओर से नदी की मिट्टी को काटकर पूर्वी तटबंध पर कार्य किया जा रहा था। ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर कार्य को रोक दिया।

मिट्टी पटाई का कार्य रोकने के बाद ग्रामीणों ने कोतवाली जाकर सूचना दी। जिसके बाद ठूठीबारी कोतवाल विजय नरायन मौके पर पहुंचे। जिसके बाद यह कार्य रुका। लेकिन कुछ लोग शनिवार को दोबारा आकर मिट्टी निकालने की प्लांनिग करने लगे। यह सूचना मिलते ही ग्रामीण फिर मौके पर पहुंचे और निर्माण कार्य के खिलाफ लामबंद हो गए। ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए सड़क निर्माण में लगे ठेकेदार के आदमियों को वापस जाना पड़ा। 

ग्राम सभा के प्रधान प्रतिनिधि राम यादव ने कहा कि हमारे ग्राम सभा की तरफ अगर नदी खुदाई होती है तो उस नदी की मिट्टी को हमारे ग्राम सभा के पश्चिमी तट बंद पर रखा जाय। क्योंकि सड़क निर्माण कार्य होने से पूर्बी तटबंध काफी ऊंचा हो गया है, जिसके कारण यह क्षेत्र बरसाती बाढ़ के पानी से डूब जाएगा। इसलिए  ग्राम सभा को बचाने के लिए झरहि नदी के पश्चिमी तटबन्ध को ऊंचा करना अति आवश्यक है।

राजबारी प्रधान ने बताया कि जन सुनवाई पोर्टल पर भी आज उन्होंने मुख्यमंत्री को अवगत कराया है। उक्त पर ऋषिकेश यादव, शेषमणि पटेल, बिनोद, प्रदीप पटेल, जयप्रकाश, प्रहलाद, इंद्रदेव, अशोक दीनानाथ, ओमप्रकाश, भुटेली, सोमन, सहित सैकङों ग्रामीणों उपस्थित रहे।
 










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