महराजगंज: अधिकारियों की लापरवाही से सुपोषण स्वास्थ्य मेला पड़ा बीमार, सुविधाएं रहीं नदारद

डीएन संवाददाता

अधिकारियों और आयोजकों की लापरवाही के कारण सुपोषण स्वास्थ्य मेला महज खानापूर्ति बनकर रह गया। कई कारणों के इस मेले में न तो जरूरतमंद पहुंच सके और न ही इसमें आने वालों के लिये कोई उचित व्यवस्था की गयी। आखिर क्यों असफल रहा यह आयोजन..पढ़ें डाइनामाइट न्यूज की स्पेशल रिपोर्ट..

मेले में मौजूद चिकित्सकों की टीम
मेले में मौजूद चिकित्सकों की टीम


महराजगंज: जिले में आयोजित सुपोषण स्वास्थ्य मेले में कई तरह की अव्यवस्थाएं देखने को मिली। बिना प्रचार-प्रसार के ही आयोजित किये गये मेले में मरीज औऱ जरूरतमंद लोगों की भारी कमी देखने को मिली। मेले में आने वालों के लिये भी जरूरी बंदोबस्त न किये जाने से आयोजकों की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाये जा रहे हैं।

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सिसवा ब्लाक के 22 एनएएम सेंटरों पर मेले का आयोजन किया गया। सुपोषण स्वास्थ्य मेला बाल विकास परियोजना अधिकारी उपेंद्र उपाध्याय, एडीओ पंचायत राधेश्याम व प्रभारी चिकित्साधिकारी ओम शिव मणि त्रिपाठी के देख-रेख में आयोजित किया गया। लेकिन प्रचार-प्रसार न होने के कारण यह आयोजन महज खानापूर्ति ही रह गया।

सरकार ने इस मेले के लिए प्रत्येक सेंटर पर मरीजों के लिए दवा व टेण्ट-कुर्सी के लिये तीन हजार रूपये भी दिये थे, साथ ही सीएचसी, पीएचसी पर खर्चे के लिए सात हजार रुपये सरकार ने दिए थे। विभाग अब यह बताने में भी असमर्थ है कि इस आयोजन पर कितना पैसा खत्म हुआ है और कितने मरीज सेंटर पर आये।

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पूरे मामले पर सफाई देते हुए सीडीपीओ उपेंद्र उपाध्याय ने कहा कि भारी बारिश की वजह से सेंटरों पर टेंट व कुर्सी की व्यवस्था नहीं की गयी और रही बात  कार्यक्रम की तो कार्यक्रम सफल रहा है। यह कार्यक्रम आगे से प्रत्येक माह के प्रथम बुधवार को आयोजित किया जाता रहेगा।










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