DN Exclusive: चित्रकूट जेल गैंगवार में मारा गया कुख्यात मुकीम काला का महराजगंज से पुराना नाता, जिला कारागार में अलर्ट
उत्तर प्रदेश की चित्रकूट जेल में आज हुए गैंगवार में मारा गया कुख्यात अपराधी मुकीम काला का महराजगंज जेल से पुराना नाता रहा है। चित्रकूट जेल गैंगवार के बाद महराजगंज जिला कारागार भी अलर्ट पर है। पढिये डाइनामाइट न्यूज की स्पेशल रिपोर्ट
महराजगंज: उत्तर प्रदेश की चित्रकूट जेल में आज हुए गैंगवार ने यूपी पुलिस समेत राज्य के जेल प्रशासन की नींद उड़ा दी है। चित्रकूट जेल में कुख्यात अपराधियों और गैंगस्टर के बीच हुए इस शूटआउट शातिर बदमाश मुकीम काला भी मारा गया। मुकीम काला का महराजगंज जिला कारागार से बेहद पुराना नाता रहा है। मुकीम काला महराजगंज जिला जेल में भी लगभग 15 महीने का सजा काट चुका है। मुकीम काला की चित्रकूट जेल में हत्या के एहतियातन महराजगंज जिला कारागार भी अलर्ट पर है।
चित्रकूट जिला जेल में आज कुख्यात शातिर अपराधी अंशुल दीक्षित द्वारा जेल के अंदर ही दो टॉप मोस्ट अपराधियों मुकीम काला और मिराजुद्दीन को गोलियों से भूना गया, जिसके बाद गैंगवार को अंजाम देने वाला अंशुल दीक्षित भी पुलिस मुठभेड़ में ढ़ेर हो गया। गैंगवार में मारा गया मुकीम काला एक साल से अधिक समय तक महराजगंज जिला जेल में बतौर सजायाफ्ता बंदी रहा चुका है।
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चित्रकूट जेल में गैंगवार के बाद महराजगंज जिला जेल में सुरक्षा व्यवस्था दुरस्त कर दी गई है। महराजगंज के प्रभारी जेल अधीक्षक अविनाश कुमार ने डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत में कहा कि महराजगंज जिला जेल की सुरक्षा व्यवस्था दुरूस्त है और जेल प्रशासन इस पर नजर बनाये रखे है।
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डाइनामाइट न्यूज को जिला जेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यहाँ की जिला जेल में सजायाफ्ता बंदी मुकीम काला का रहन-सहन साधारण नही था। आये दिन किसी न किसी बात को लेकर वह जेल के अंदर अन्य बंदियों के साथ अक्सर बवाल करता रहता था। हालांकि तत्कालीन जेल प्रशासन इससे शक्ति से निपटने में कोई कोर कसर भी नही छोड़ता था ।
डाइनामाइट न्यूज़ को सूत्रों से जानकारी मिली कि मुकीम काला को महराजगंज जिला जेल में 3 फरवरी 2016 को लाया गया और 14 अप्रैल 2017 को उसको महराजगंज जेल से लखनऊ जेल में ट्रांसफर कर दिया गया। इन 15 महीनों तक वह जेल प्रशासन का सिरदर्द बना रहा। जेल प्रशासन मुकीम काला समेत उस जैसे ही कुछ अन्य बंदियों पर खासी नजर रखता था।
प्रभारी जेल अधीक्षक अविनाश कुमार ने डाइनामाइट न्यूज़ को बताया कि इस समय महराजगंज जिला जेल में लगभग 900 कैदी थे, जिसमें कोरोना के मद्देनजर 72 कैदियों को माननीय न्यायालय के आदेश पर अन्तरिम जमानत पर छोड़ा गया है। वर्तमान समय में 896 कैदी है। हर बंदी पर जेल प्रशासन कड़ी नजरें जमाये हुए है।