DN Exclusive: देखिये डाइनामाइट न्यूज की खास पड़ताल में कैसे खुली महराजगंज नगर पालिका प्रशासन के विकास के दावों की पोल

होर्डिंग समेत तमाम प्रचार माध्यमों के जरिये जिले में विकास के दावे करने वाली महराजगंज नगर पालिका किस तरह छलावा कर रही है, इसका खुलासा डाइनामाइट न्यूज की खास पड़ताल में सामने आया है। लाखों-करोड़ों
रुपये खर्च करने के बाद भी जनसुविधाएं नदारद है। पढ़िये और देखिये डाइनामाइट न्यूज की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 23 August 2021, 3:05 PM IST
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महराजगंज: जनपद में आते-जाते आपको बड़े-बड़े होर्डिंग समेत तमाम प्रचार माध्यमों के जरिये नगर पालिका के बड़े-बड़े दावे जरूर पढ़ने को मिलते होंगे। होर्डिंगों-बोर्डिंग में नगर पालिका का यह विकास जमीन पर कितना मजबूत है, इसी को जानने के लिये डाइनामाइट न्यूज ने जनपद भर के कई क्षेत्रों का दौरा किया और विकास की जमीनी हकीकत को समझने की कोशिश की। डाइनामाइट न्यूज टीम के सामने कई लोगों से बातचीत करने और कई जगहों के भ्रमण के बाद जो तथ्य सामने आये, वह बेहद हैरान करने वाले है। होर्डिंगों में विकास की गंगा बहाने वाली नगर पालिका के दावे जमीन पर औंधे मुंह गिरे नजर आये।   

नगर पालिका प्रशासन द्वारा लाखों-करोड़ों के होर्डिंग-बोर्डिंग के जरिए भले ही विकास का बड़ा ढिंढोरा पीटा जा रहा हो लेकिन हकीकत यह है कि दूर-दराज के क्षेत्रों से इतर नगर पालिका अपने कार्यालय के इर्द-गिर्द की सड़कों की दुर्दशा भी नहीं देख पा रही है। गढ़्ढ़ों में तब्दील सड़कें और रास्तों पर नजर आ रहे ‘तालाब’ बताते हैं कि नगर पालिका ने जमीनी हकीकत देखने के लिये जैसे आंखों पर पट्टी बांध ली हो। 

जनपद में हल्की सी बरसात के बाद जब डाइनामाइट न्यूज़ टीम नगर पालिका प्रशासन के कार्यालय के पीछे पहुंची तो नजारा बेहद चौंकाने और चिंतजानक था।  यहां पहुंचकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि नगर पालिका प्रशासन सिर्फ मुख्य मार्गों पर बड़े-बड़े होर्डिंग बोर्डिंग के जरिए ही जनता को भ्रमित कर रही है। नगर पालिका जब अपने कार्यालय के पीछे या इर्द-गिर्द वाले मोहल्ले की सड़कों को ही नहीं सुधार पाई हो तो अन्य जगहों के विकास और सुविधाओं का आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है। 

बरसात में सड़कों पर जलजमाव आम बात हो गई है। लेकिन जलजमाव के कारण राहगीरों और वाहन चालकों को आवागमन में जिस तरह की गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है,वह बेहद डरावना और जोखिमपूर्ण है। पालिका कार्यालय जाने का मार्ग हो या कहीं अन्य जगह, जनपद में हर सड़क पानी के तालाब में तब्दील हुई नजर आती है।  

डाइनामाइट न्यूज टीम ने फरेंदा मार्ग से चौक मार्ग, निचलौल, वहां से बाईपास होते हुए कई जगहों का भ्रमण किया तो सभी सड़कें अपनी दुर्दशा पर आंसू बहाती नजर आयी। 

दुर्दशा भरी सड़कों से लड़खड़ाते गुजरते राहगीरों से जब डाइनामाइट न्यूज टीम ने चर्चा की तो लोगों की कहना था कि सड़कों का हाल अक्सर ऐसा ही रहता है। हल्की बरसात में ही सड़कों से गुजरना मुश्किल हो जाता है। जब झमाझम बारिश होती है तो इन सड़कों पर 2 फुट तक पानी जमा हो जाता है। लोगों को आय दिन जलजमाव से गुजरना पड़ता है। सड़क के किनारे बनी नालियां सफाई के नाम पर आंसू बहाती रहती है। 

लोगों की कहना था कि साफ-सफाई सिर्फ मुख्य मार्गों की ही होती है ताकि लोग इन्हें देख सकें। नगर पालिका प्रशासन केवल वाहवाही लूटने के लिये प्रचार माध्यमों से जनपद और क्षेत्र के विकास के हवा-हवाई दावे करता है।