DN Exclusive: माफिया अतीक अहमद पर बड़ा खुलासा- देवरिया जिला जेल से खुलेआम चला रहा है.. जमीन कब्जाने, रंगदारी और वसूली का नंगा खेल

सीएम योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर स्थित निवास से महज 50 किमी की दूरी पर यूपी का सबसे बड़ा गुंडा अतीक अहमद कैसे खुलेआम सलाखों के भीतर से अपनी काली सल्तनत चला रहा है.. यह जान आप हैरान रह जायेंगे। यह गुंडा जेल के अंदर से लगातार करोड़ों-अरबों की बेशकीमती जमीनों पर कब्जा करवा रहा है। यही नही जेल के अंदर से ही यह वसूली और रंगदारी के अपने काले खेल को अंजाम दे रहा है। डाइनामाइट न्यूज़ की ग्राउंड जीरो से एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 7 December 2018, 3:21 PM IST
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नई दिल्ली: यूपी के सीएम कहते हैं कि गुंडे या तो राज्य छोड़ दें या फिर जेल की सलाखों के भीतर चले जायें नही तो उनकी खैर नही.. अब सीएम की बात ये गुंडे मान जेल तो चले जा रहे हैं लेकिन जेल से उनका काला धंधा बदस्तूर चल रहा है। 

इसकी बानगी इन दिनों देखने को मिल रही है देवरिया जिला जेल में। यहां पर कहने को बंद है इलाहाबाद का सबसे बड़ा सफेदपोश माफिया और गुंडा, पूर्व सांसद अतीक अहमद। 2004 से 2009 तक लोकसभा का सदस्य रह चुका 56 वर्षीय अतीक इस समय जेल के अंदर से जमीन कब्जाने, धमकाने, रंगदारी, वसूली व फिरौती के खेल को बेखौफ होकर अंजाम दे रहा है। इसके जिन भी शिकारों ने थोड़ी भी आना-कानी करने की हिम्मत दिखायी उसे इसके गुर्गे जबरन जेल के भीतर टांग ला रहे हैं और फिर इन शिकारों की जमकर पिटाई की जा रही है। पिटाई का बाकायदे गुर्गे वीडियो बना रहे हैं और फिर उसे नये शिकारों को दिखा धमका रहे हैं और एवज में करोड़ों की रंगदारी वसूल रहे हैं।    

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जिला कारागार देवरिया का मुख्य गेट

 

डाइनामाइट न्यूज़ को मिली जानकारी काफी सनसनीखेज है। अतीक रोजाना घर के माफिक देवरिया जिला जेल में अपना दरबार लगा रहा है और यहीं से अपने काले-कारनामों को अंजाम दे रहा है। रोजाना बाकायदे इसके शरीर की जेल में तेल-मालिश होती है और खाने को तरह-तरह के पकवान बनते हैं। मोबाइल पर धड़ल्ले से बेखौफ वसूली व रंगदारी की बात होती है। 

यह है मामला
बात दो सप्ताह पहले की है। तारीख थी 22 नवंबर और दिन था गुरुवार। अतीक ने इलाहाबाद जिले के निवासी जैद खालिद, उमैश अहमद और अभिषेक पांडेय को जेल में सजे दरबार में मोहम्मद फहीम नाम के अपने गुर्गे के माध्यम से बुलवाया और इन तीनों की जमकर धुनाई करवायी। 

शिकार की लंबरदारों से करायी जमकर पिटाई

अंदर की खबर के मुताबिक अतीक के साथ हर समय आधा दर्जन लंबरदार (पुराने मनबढ़ कैदी) सफारी सूट पहने रहते हैं, मानो जैसे ये प्रधानमंत्री के एसपीजी सुरक्षा के जवान हों। इन्हीं लंबरदारों ने मिलकर लाठियों से तीनों की बुरी तरह पिटाई की। फिर अधमरी हालत में इन तीनों को जेल से बाहर निकाल दिया। इनकी पिटाई इस कदर की गयी कि तीनों को हास्पिटलाइज कराना पड़ गया। अतीक की कुदृष्टि का शिकार बने इन तीनों का इलाज इलाहाबाद जिले के नारायण स्वरुप अस्पताल और आदर्श हास्पिटल में हुआ।

वीडियो के सहारे नये शिकारों से रंगदारी का खेल

अतीक का दुस्साहस तो देखिये उसके गुर्गों ने इन तीनों की जबरदस्त धुनाई की और इसका वीडियो बना लिया अब वे इस वीडियो के सहारे अपने नये शिकारों से रंगदारी का खेल खुलेआम खेल रहे हैं। देवरिया का जेल प्रशासन रोजाना जेल में चल रही इस अराजकता और गुंडागर्दी को मौन समर्थन दिये हुए है। 

 

 

दस करोड़ की मांगी रंगदारी
कुछ दिन पहले ही जेल से इसका एक आडियो वायरल हुआ था (देखें वीडियो) जिसमें यह मुंबई के एक बड़े व्यवसायी आशिफ सिद्दीकी से दस करोड़ की रंगदारी मांगता दिख रहा है और न देने पर हाथ-पैर तुड़वाकर फिंकवाने की बात कह रहा है।

कौन है अतीक का संरक्षणदाता

डाइनामाइट न्यूज़ को लखनऊ के उच्चपदस्थ सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कारागार विभाग यह नही चाहता है कि योगी के गृह मंडल की जेल में यह गुंडा रहे इसलिए इसका ट्रांसफर फतेहपुर जेल करने की बात की गयी लेकिन इसे अमली-जामा नही पहनाया गया। जब इसके पीछे की तहकीकात डाइनामाइट न्यूज़ ने की तो बेहद चौंकाने वाली बात सामने आयी जो हैरान करने वाली है। सत्ता प्रतिष्ठान में बैठे कुछ अति प्रभावशाली लोगों का मौन संरक्षण इस गुंडे को हासिल है और इन्हीं के दबाव में इसकी जेल को नही बदला जा रहा है। ये लोग समय-समय पर अतीक का राजनीतिक इस्तेमाल विरोधियों को घेरने के लिए करते हैं।

क्या कहना है प्रमुख सचिव, गृह का 
इस बारे में जब यूपी के प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह मामला मेरी जानकारी में नही है लेकिन मैं इसकी जांच करवाऊंगा कि क्या जेल के अंदर इस तरह की घटना को अंजाम दिया गया है। 

मेरे संज्ञान में है मामला- एडीजी (जेल)
जब इस बारे में डाइनामाइट न्यूज़ ने राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (कारागार) चन्द्र प्रकाश से पूछा तो उन्होंने कहा कि ये मामला संज्ञान में आया है, जो चिंताजनक है। मैंने देवरिया के पुलिस अधीक्षक से इस मामले की गोपनीय जांच एलआईयू से कराकर रिपोर्ट देने को कहा है। जैसे ही रिपोर्ट आयेगी उस पर कार्यवाही की जायेगी।

 

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