पाकिस्तानी जेल में चार साल से बंद भारतीय लौटा इंडिया, अनजाने में पहुंचा था सीमा पार, जानिये कैसे हुआ संभव
मध्यप्रदेश के खंडवा से पांच साल पहले लापता हुआ मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति भारत लौट आया है। वह अनजाने में सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंच गया, जिसे जेल में बंद कर दिया गया और उसे भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया गया। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
खंडवा: मध्यप्रदेश के खंडवा से पांच साल पहले लापता हुआ मानसिक रूप से अस्वस्थ व्यक्ति भारत लौट आया है। वह अनजाने में सीमा पार कर पाकिस्तान पहुंच गया, जिसे जेल में बंद कर दिया गया और उसे भारतीय अधिकारियों को सौंप दिया गया । एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी ।
अपर जिलाधिकारी शंकरलाल सिंघाड़े ने बताया कि खंडवा जिले के पुनासा तहसील अंतर्गत ग्राम इंधावड़ी निवासी राजू पिंडारे किसी तरह पाकिस्तान पहुंच गया था। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान ने अब उसे छोड़ दिया है।
सिंघाड़े ने बताया कि हमने चार सदस्यीय एक दल बनाया है जिसमें पुलिस के साथ ही स्वास्थ्यकर्मी भी शामिल हैं। इस दल को राजू को लेने के लिये अमृतसर भेजा गया है।
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उन्होंने कहा, ‘‘पिंडारे को भारत को सौंपे जाने की सूचना हमें अमृतसर की रेड क्रॉस सोसाइटी के माध्यम से मिली थी। कानूनी औपचारिकताएं पूरी होने के बाद उसे उसके परिवार को सौंप दिया जाएगा।’’
रेड क्रॉस सोसाइटी अमृतसर के प्रोजेक्ट मैनेजर सुभाष शर्मा ने कहा कि पिंडारे को पाकिस्तानी अधिकारियों ने 14 फरवरी को वाघा में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर रिहा किया था और सोमवार को खंडवा पुलिस को सौंप दिया जाएगा।
खंडवा के पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने कहा कि वह व्यक्ति की वापसी के संबंध में पुलिस मुख्यालय के साथ लगातार संपर्क में हैं।
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इसी बीच, पिंडारे की मां बसंता ने बताया कि पिंडारे मानसिक रूप से अस्वस्थ था और उसे लापता होने के छह महीने बाद 2019 में कुछ स्थानीय अधिकारियों के माध्यम से पाकिस्तान में उसकी गिरफ्तारी के बारे में जानकारी मिली थी।
उन्होंने कहा कि उनका बेटा मानसिक रूप से कमजोर है और वह इधर-उधर घूमता रहता था। वह पाकिस्तान कैसे पहुंच गया, उन्हें इस बारे में कुछ नहीं पता।
बसंता ने कहा, ‘‘मेरे बेटे पर जासूस होने का झूठा इल्जाम लगाया जा रहा है। जो दो रोटी कमाकर नहीं खा सकता वह जासूसी क्या खाक करेगा?’’