Madhya Pradesh: महाकाल को जल चढ़ाने के लिए बुजुर्ग महिला ने किया हंगामा, अंतत: पूरी हुई इच्छा

डीएन ब्यूरो

उज्जैन शहर में स्थित महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल पर जल चढ़ाने की इच्छा लेकर आयी एक महिला ने शुल्क देकर गर्भगृह में प्रवेश करने के नियम को लेकर हंगामा किया। हालांकि अंतत: मंदिर प्रशासन ने उसे नि:शुल्क गर्भगृह में प्रवेश करके शिवलिंग पर जल चढ़ाने की अनुमति दे दी।

महाकाल को जल चढ़ाने के लिए बुजुर्ग महिला ने किया हंगामा
महाकाल को जल चढ़ाने के लिए बुजुर्ग महिला ने किया हंगामा


उज्जैन: शहर में स्थित महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल पर जल चढ़ाने की इच्छा लेकर आयी एक महिला ने शुल्क देकर गर्भगृह में प्रवेश करने के नियम को लेकर हंगामा किया। हालांकि अंतत: मंदिर प्रशासन ने उसे नि:शुल्क गर्भगृह में प्रवेश करके शिवलिंग पर जल चढ़ाने की अनुमति दे दी।

गौरतलब है कि इस पूरी घटना का वीडियो शनिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।

महाकालेश्वर मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जुनवाल ने रविवार को ‘भाषा’ से बातचीत में इस घटना की पुष्टि की है। उन्होंने कहा, ‘‘घटना करीब चार-पांच दिन पुरानी है और इसका वीडियो शनिवार को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है।’’

उन्होंने बताया कि कोविड-19 से जुड़ी पाबंदियां समाप्त होने के बाद बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन-पूजा को आने लगे थे जिससे गर्भगृह में बहुत भीड़ लग जाती थी। उन्होंने कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने के लक्ष्य से प्रशासन ने दर्शन और पूजा के लिए शुल्क लगाने का फैसला लिया था।

जुनवाल ने बताया कि हालांकि, सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो और घटना को लेकर मंदिर प्रशासन ने पुलिस में कोई शिकायत नहीं की है।

उन्होंने बताया, ‘‘श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति ने मंदिर के शीघ्र दर्शन के लिए 250 रुपये प्रति व्यक्ति और गर्भगृह में अंदर जाकर शिवलिंग पर जल अर्पित करने के लिए 750 रुपये प्रति व्यक्ति दर तय किया है।’’

जुनवाल ने बताया, वहीं, सामान्य पंक्ति में लग कर दर्शन करने वाले लोगों से कोई शुल्क नहीं लिया जाता है और वे नंदी के दर्शन कर वहीं पर जल अर्पित करते हैं, जो एक पाइप के जरिए गर्भगृह में शिवलिंग पर चढ़ता है।

उन्होंने बताया, उक्त महिला का कहना था उनके पास गर्भगृह में जाकर शिवलिंग पर जल अर्पित करने के लिए मंदिर द्वारा तय 750 रुपये का शुल्क देने के लिए पैसे नहीं हैं और उसे नि:शुल्क शिवलिंग पर जल चढ़ाने दिया जाए।

जुनवाल ने बताया, लेकिन, वहां तैनात पुलिसकर्मियों एवं मंदिर प्रशासन के कर्मचारियों ने जब महिला को ऐसा करने से रोका तो वह हंगामा करने लगीं और वहां लगे अवरोधक लांघ कर नंदी कक्ष पार करते हुए सीधे गर्भगृह के दरवाजे पर पहुंच गईं।

उन्होंने कहा कि इस दौरान मंदिर कर्मचारी और पुलिसकर्मियों ने उसे बहुत समझाने का प्रयास किया, लेकिन महिला महाकाल को सिर्फ एक लोटा जल अर्पित करने पर अड़ी रही।

जुनवाल ने कहा, ‘‘मंदिर के कर्मचारियों और पुलिस सुरक्षाकर्मियों ने महिला की जिद और शिव भक्ति का सम्मान करते हुए उन्हें अंतत: महाकाल के गर्भगृह में प्रवेश करने और शिवलिंग पर जल चढ़ाने की अनुमति दे दी।’’

उन्होंने कहा कि महाकाल को जल अर्पित कर महिला प्रसन थीं, लेकिन अंत तक वह कहती रहीं कि मंदिर को शुल्क देने के लिए उनके पास पैसे नहीं हैं।

उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और यहां बड़ी संख्या में भक्त आते हैं।










संबंधित समाचार