लखनऊ: भाजपा कार्यालय पर दरोगा भर्ती-2011 के अभ्यर्थियों ने जमकर मचाया बवाल

उत्तर प्रदेश पुलिस में दरोगा भर्ती का मामला गरमाता जा रहा है रविवार को अभ्यर्थियों ने धरना प्रदर्शन किया था लेकिन जब सरकार इस मामले में गंभीर नजर नहीं आयी तो सोमवार को सभी अभ्यर्थियों ने भाजपा कार्यालय का घेराव कर दिया।

Updated : 29 May 2017, 4:18 PM IST
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश में 2011 में करीब चार हजार इंस्पेक्टर की चयन प्रक्रिया की गई थी इन सभी को ट्रेनिंग भी दी गयी लेकिन आज तक इन्हें नियुकत नहीं किया गया जिसके विरोध में सभी अभ्यर्थियों ने राजधानी लखनऊ के लक्ष्मणमेला मैदान में रविवार को धरना शुरू कर दिया लेकिन जब अभ्यर्थियों की सुध लेने सरकार का कोई भी मंत्री नही पहुंचा तब वे यूपी मे सत्ताधारी भाजपा के प्रदेश कार्यालय का घेराव करने पहुंच गये और वहां उन्होने सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की और प्रदर्शन किया।

 

क्या है पूरा मामला

यूपी में पुलिस की दरोगा भर्ती 2011 से ही विवादो मे घिरी रही है। इसकी एक बड़ी वजह कही न कही राजनीतिक अनदेखी भी रही है। नही तो इसकी कोई वजह नही की प्रदेश मे 2011 की पुलिस भर्ती अभी भी पूरी नही हो पाई है। गौरतलब है की यूपी 2011 मे पुलिस विभाग मे दरोगा पद के लिये 4010 पदो के लिये विज्ञापन निकाला गया था और इसी बीच अखिलेश यादव की सरकार सत्ता मे आ गई। सपा सरकार ने दरोगा भर्ती मे अनियमिता की बात कह फिर से विज्ञापन निकाल दिया। इस पर आयुसीमा पार कर चुके अभ्यर्थी कोर्ट चले गये और कोर्ट ने उन्हे राहत देते हुये उन्हे भी भर्ती प्रकिया मे शामिल करने का आदेश सरकार को दिया। जब सरकार ने परीक्षा कराई तो उसमे भी अनियमिता के आरोप लगे और मामला फिर लगातार लेट होता चला गया। बाद मे कोर्ट के आदेश पर उन्हे ट्रेनिगं पर भेजा गया और ट्रेनिगं पूरी होने के बाद पिछले कई माह से ये घर पर ही बैठे हैं।

 

जिसके विरोध में सोमवार को सभी अभ्यर्थियो ने भाजपा आफिस में जनता दरबार प्रदेश के ग्रामीण विकास मंत्री सुरेश राणा से मिलकर नियुक्ति दिये जाने की मागं की। इस पर मन्त्री ने उन्हे जल्द ही नियुक्ति का आश्वाशन दिया है। वहीं अभ्यर्थियो का कहना है की जब तक उन्हे नियुक्ति नहीं मिल जाती है तब तक उनका आन्दोलन जारी रहेगा।

 

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