DN Exclusive: यूपी में एक बार फिर रथ चलाएंगे अखिलेश यादव, नाम होगा विजय यात्रा

डीएन ब्यूरो

उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव के शंखनाद के साथ फिर सत्ता के शीर्ष तक पहुंचने के लिये समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने एक बार राज्य में समाजवादी विजय यात्रा के नाम से रथ यात्रा निकालने का फैसला लिया है। पूरी रिपोर्ट

यूपी में 12 अक्टूबर से अखिलेश यादव की विजय यात्रा
यूपी में 12 अक्टूबर से अखिलेश यादव की विजय यात्रा


लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधान सभा के लिये चुनावी शंखनाद करते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्य के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने एक बार यूपी में रथ यात्रा निकालने का फैसला लिया है। अखिलेश यादव ने इसे समाजवादी विजय यात्रा नाम दिया है, 12 अक्टूबर से शुरू होगी। इस विजय यात्रा के जरिये समाजवादी पार्टी चुनाव से पहले यूपी की जनता के बीच जाकर मौजूदा भाजपा सरकार की कमियों और खामियों को उजागर करेगी। 

यह ऐसा पहला अवसर नहीं है, जब अखिलेश यादव पहली बार पूरे उत्तर प्रदेश में इस तरह की यात्रा का आयोजन कर रहे हों। समाजवादी पार्टी ने अखिलेश की अगुवाई में 2012 में भी समाजवादी क्रांति रथ चलाया था, जिसका पूरे राज्य में व्यापक असर देखने को मिला और बाद में सपा समेत अखिलेश यादव सत्ता के शीर्ष पर भी पहुंचे। 

12 अक्टूबर 2021 से ‘समाजवादी विजय यात्रा‘ से एक बार सत्ता के शिखर तक पहुंचने को लेकर आश्वस्त अखिलेश यादव कहा कि उन्होंने 2012 में भी समाजवादी क्रांति रथ चलाया था। एक बार फिर उनको रथ चलाने का मौका मिला है और इस बार यह समाजवादी पार्टी की विजय यात्रा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का कहना है कि समाजवादी पार्टी की विजय यात्रा इसलिए भी है, क्योंकि जनता भारतीय जनता पार्टी की सरकार से निराश है। उत्तर प्रदेश की जनता न्याय चाहती है। समाजवादी पार्टी विजय रथ इसलिए भी चल रहा है क्योंकि यहां के किसानों को सम्मान नहीं मिल रहा है।

समाजवादी पार्टी इस यात्रा के जरिये मौजूदा योगी सरकार की कमियों और खामियों को भी जनता के बीच उजागर करेगी। सपा का कहना है कि भाजपा एक ऐसी पार्टी है, जिसनें अपने चुनावी ‘संकल्पपत्र‘ में जो वादे किए थे उन्हें भी भुला दिया और झूठ तथा फरेब के नए सांचे गढ़ लिए। प्रदेश का विकास थम गया। समाजवादी सरकार के समय को छोड़कर एक भी जनहित की योजना जमीन पर नहीं उतारी। कानून व्यवस्था ध्वस्त। महिलाएं तथा बच्चियां तक अपमानित एवं दुष्कर्म की सबसे ज्यादा शिकार हुई हैं।

सपा का कहना है कि भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण युवा बेरोजगारी से हताश और निराश हैं। कोरोना काल में स्वास्थ्य सेवाएं ऐसा चरमराई कि लोग तड़प-तड़प कर मरने लगे। भाजपा हमेशा जनता की तकलीफों के प्रति उदासीन बनी रही।

सपा का कहना है कि यह एक ऐतिहासिक तथ्य है कि जब-जब श्री अखिलेश यादव क्रांति यात्राओं पर निकले है, प्रदेश की राजनीति में नए परिवर्तन की लहर आई है। कुशासन का अंत उनके शंखनाद से हुआ है। गरीबों, वंचितों, अल्पसंख्यकों, पिछड़ों और दलितों के बीच विश्वास जगाने में यह यात्रा निश्चय ही मील का पत्थर साबित होगी।










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