Women's Reservation Bill: महिला आरक्षण बिल पारित होने के बाद लोकसभा और राज्यसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित, जानिये ये खास बातें
देश की राजनीति पर व्यापक असर डालने वाला महिला आरक्षण बिल पारित होने के बाद संसद का विशेष सत्र अपने निर्धारित कार्यक्रम से एक दिन पहले ही बृहस्पतिवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
नयी दिल्ली: देश की राजनीति पर व्यापक असर डालने वाला महिला आरक्षण बिल पारित होने के बाद संसद का विशेष सत्र अपने निर्धारित कार्यक्रम से एक दिन पहले ही बृहस्पतिवार को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
इसके साथ ही लोक सभा और राज्य सभा की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित हो गई।
इस सत्र में महिलाओं के आरक्षण से संबंधित महत्वपूर्ण विधेयक को पारित किया गया।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ‘चंद्रयान-3 की सफलता और अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों’ पर चर्चा के बाद सदन की बैठक स्थगित करने की घोषणा की।
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कार्यवाही स्थगित करने से पहले वैज्ञानिकों की सराहना करते हुए सदन ने एक संकल्प भी पारित किया।
इस विशेष सत्र में महिला आरक्षण से संबंधित ‘संविधान (128वां संशोधन) विधेयक, 2023’ पारित किया गया।
सदन की बैठक निर्धारित तिथि से एक दिन पहले स्थगित कर दी गई। विशेष सत्र का समापन 22 सितंबर को होना था। यह 18 सितंबर को आरंभ हुआ था।
इस विशेष सत्र में पहले दिन 18 सितंबर को कार्यवाही संसद के पुराने भवन में हुई, जिसे अब ‘संविधान सदन’ के नाम से जाना जाता है।
नए संसद भवन में 19 सितंबर से सदन की बैठक आरंभ हुई और पहले ही दिन महिला आरक्षण से संबंधित ‘संविधान (128वां संशोधन) विधेयक, 2023’ पेश किया गया।
कानून बनने के बाद इसे ‘नारीशक्ति वंदन अधिनियम’ से नाम से जाना जाएगा। इसके तहत लोकसभा और विधानसभाओं में 33 प्रतिशत सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित करने का प्रावधान है।
उच्च सदन की 19 सितंबर की पहली बैठक नये संसद भवन में हुई। 20 सितंबर को सदन में ‘चंद्रयान-3 की सफलता और अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की उपलब्धियों’ पर चर्चा हुई और 22 सितंबर को महिला आरक्षण विधेयक पारित किया गया।
इस विशेष सत्र में कार्य उत्पादकता 132 प्रतिशत रही। इस दौरान 31 घंटे तक सदन चला।