Lohri 2025: लोहड़ी की अग्नी में क्यों डाली जाती है मूंगफली और रेवड़ी, जानिए क्या है इसका महत्व

लोहड़ी पर अग्नि में तिल और मूंगफली डालकर उसकी परिक्रमा करने की परंपरा है। लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि लोहड़ी के मौके पर आग में तिल और मूंगफली क्यों डाली जाती हैं? पढ़िये डाइनामाइट न्यूज की पूरी रिपोर्ट

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 12 January 2025, 4:26 PM IST
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नई दिल्ली: हर साल 13 जनवरी को लोहड़ी का त्योहार मनाया जाता है। इस दिन को लोग बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाते हैं। लोहड़ी का त्यौहार सिखों और पंजाब का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण त्यौहार है। इस त्यौहार को लोग बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं। इस साल लोहड़ी का त्योहार 13 जनवरी 2025 दिन सोमवार को मनाया जा रहा है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, लोहड़ी पर अग्नि में तिल और मूंगफली डालकर उसकी परिक्रमा करने की परंपरा है। लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि लोहड़ी के मौके पर आग में तिल और मूंगफली क्यों डाली जाती हैं? आखिर इसकी वजह क्या है? आज हम आपको इसके बारे में बताने जा रहे हैं। 

आग में तिल और मूंगफली क्यों डालते हैं?

लोहड़ी के दिन अग्नि जलाकर उसकी परिक्रमा की जाती है और फिर घर के सभी सदस्य अग्नि के चारों ओर एकत्रित होते हैं। परिक्रमा करते समय आग में मूंगफली और तिल डाले जाते हैं। 

लोहड़ी के दिन लोग भगवान से भरपूर फसल की कामना करते हैं और साल भर खेती में बढ़ोतरी की प्रार्थना करते हैं। इस दिन अग्नि देवता की पूजा की जाती है और अच्छी फसल के लिए उनका आभार व्यक्त करने के लिए अग्नि में तिल और मूंगफली डाली जाती हैं। 

सौभाग्य और समृद्धि की कामना

लोहड़ी की अग्नि में मूंगफली डालकर लोग अपने घर में सौभाग्य और समृद्धि लाने की कामना करते हैं। इसके अलावा लोहड़ी के दिन बुरी नजर से छुटकारा पाने, अच्छे स्वास्थ्य और सुखी पारिवारिक जीवन की कामना के लिए भी लोहड़ी की अग्नि में तिल डाले जाते हैं।

सूर्य और अग्नि की पूजा

मान्यताओं के अनुसार, इस तरह सूर्य देव और अग्नि देव के प्रति आभार व्यक्त किया जाता है कि उनकी कृपा से फसल अच्छी होती है और आनी वाली फसल में कोई समस्या ना हो।

नए महमान का स्वागत

साथ ही ये त्योहार परिवार में आने वाले नए मेहमान जैसे नई बहू, बच्चा या फिर हर साल होने वाली फसल के स्वागत के लिए मनाया जाता है। 

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