जानें बिहार में हजारों शिक्षकों के 'ओरिएंटेशन' कार्यक्रम को लेकर एससीईआरटी ने क्या कहा

डीएन ब्यूरो

बिहार के राज्य शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के निदेशक सज्जन आर. ने शनिवार को कहा कि प्रदेश में हाल ही में 40 हजार शिक्षकों ने पहला अभिविन्यास (ओरिएंटेशन) कार्यक्रम पूरा किया है और आने वाले वर्ष में सभी मिडिल स्कूलों को इसके दायरे में लाने की योजना है। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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नयी दिल्ली: बिहार के राज्य शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद के निदेशक सज्जन आर. ने शनिवार को कहा कि प्रदेश में हाल ही में 40 हजार शिक्षकों ने पहला अभिविन्यास (ओरिएंटेशन) कार्यक्रम पूरा किया है और आने वाले वर्ष में सभी मिडिल स्कूलों को इसके दायरे में लाने की योजना है।

उन्होंने कहा कि राज्य में सभी शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों में लचीलेपन एवं छात्रों के शरीरिक एवं भावनात्मक कल्याण को महत्व दिया गया है ताकि छात्र अपने मजबूत पक्ष का आकलन कर सके।

‘प्रत्येक स्कूल में किशोर कल्याण को प्रोत्साहन : बिहार का मार्ग’ विषय पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सज्जन आर ने यह बात कही। इसका आयोजन कोरस्टोन ने किया था।

बिहार के राज्य शिक्षा अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के निदेशक ने कहा कि छात्रों का कल्याण सुनिश्चित करने में उनके मानसिक, शैक्षणिक, मनोवैज्ञानिक विकास पर ध्यान देना जरूरी है और यह राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 का एक प्रमुख तत्व है।

उन्होंने बताया कि बिहार में शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रम के तहत हाल ही में 40 हजार शिक्षकों ने पहला ओरिएंटेशन कार्यक्रम पूरा किया है और आगामी वर्षों में सभी मिडिल स्कूलों को शिक्षक प्रशिक्षण के ओरिएंटेशन कार्यक्रम के दायरे में लाने की योजना है।

वहीं, एनसीईआरटी की मनोदर्पण प्रकोष्ठ की विशेषज्ञ डा. रूचि शुक्ला ने डाइनामाइट न्यूज़ को कहा कि महामारी के दौरान न केवल बच्चों के शरीरिक स्वास्थ्य बल्कि उनके मानसिक स्वास्थ्य को लेकर कई विषय सामने आए।

उन्होंने कहा कि ऐसे में छात्रों के शरीरिक, भावनात्मक आयामों को लेकर एक सर्वेक्षण कराया गया और इसमें बच्चों की पढ़ाई, परीक्षा और परिणाम से जुड़ी चिंताओं के कुछ आयाम सामने आए और सरकार इन पर गंभीरता से विचार कर रही है।










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