Maharajganj: क्षेत्र पंचायत सदस्यों की चांदी, प्रमुख प्रत्याशी घर-घर पहुंच कर बांट रहे गिफ्ट

डीएन ब्यूरो

मतगणना खत्म होने के बाद क्षेत्र पंचायत सदस्यों के घर ब्लॉक प्रमुख पद के दावेदारों ने जिले के विजयी क्षेत्र पंचायत सदस्यों के घर गिफ्ट, मिठाईयां भेजवाना शुरू कर दिया है। पढ़ें पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

(फाइल फोटो)
(फाइल फोटो)


महराजगंजः मतगणना के बाद क्षेत्र पंचायत सदस्यों की चांदी ही चांदी हो गई है। जीतने के बाद उनके घर ब्लॉक प्रमुख पद के दावेदारों ने उनका घेरा बंदी करना चालू कर दिया है। जिले के विजयी क्षेत्र पंचायत सदस्यों के घर गिफ्ट, मिठाई के साथ-साथ बोली भी लगे हाथ लगना चालू हो गया है। कुछ तो ऐसे प्रमुख पद के दावेदार हैं जो क्षेत्र पंचायत सदस्यों का बयाना भी दे कर अपना वोट पक्का मान रहे। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता को लगभग आधादर्जन क्षेत्र पंचायत सदस्यों ने जानकारी दी कि जीतने के दूसरे दिन बाद ही प्रमुख पद के दावेदारों का बधाई के साथ घेरा बंदी चालू हो गया है। जितने भी दावेदार है सब मिठाई, गिफ्ट और नगदी बयाना के तौर पर ले कर पहुंच रहे है। लोंगो ने यह भी बताया कि चुनाव जीतने में पैसा खर्चा हुआ है। जिसका जितना हाई रेट होगा उतने में ही उसको हम लोगों का वोट गिरेगा। भाग दौड़ से कोई फर्क नही पड़ने वाला।

प्रमुख के चुनावों में सत्ता का दुरुपयोग होने की आशंका
एक तरफ प्रमुख पद के दावेदारों ने क्षेत्र पंचायत सदस्यों को प्रलोभन के साथ- साथ घेरा बंदी चालू कर दिया है तो दूसरी तरफ प्रमुख पद के कुछ ऐसे दावेदार भी हैं जो सत्ता में नहीं है लेकिन पैसों के बल पर मैदान में उतर रहे हैं। लेकिन जानकारी के अनुसार इस बार सत्ताधारी जो प्रमुख पद के मैदान में उतरे हैं वह जीतने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ने वाले है। इसबार सत्ता का जबरदस्त तरीक़े से दुरूपयोग होने वाला हैं। 

पार्टी के टिकट पर टिकी हैं सबकी निगाहें, कोई पुराना कार्यकर्ता बता कर तो कोई सोर्स के दम पर लगाए बैठे है टिकट का आसरा
एक तरफ ब्लॉक प्रमुख के दावेदारों ने पैसों के दम पर निर्विरोध बीडीसी जितने के बाद ब्लॉक प्रमुख के पद का दावेदारी पेश कर रहे तो तो दूसरी ओर टिकट के लिए भी तमाम रस्सा कस्सी जारी है। लेकिन एक पद पर रहने के बाद दूसरे पद की भी हथियाने वालो के लिए क्या पार्टी का गाईड लाईन रोड़ा बनेगा? या फिर सब दर किनार कर के दूसरे पद के लिए भी टिकट थमा दिया जाएगा। यदि ऐसा होता है तो जो लोग पार्टी में इतने दिनो से झण्डा ढो रहे है वह खुल के विद्रोह का मुड़ लगभग बना भी लिए होंगे।










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