

मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और उनके मंत्रिमंडल सहयोगियों को काले झंडे दिखाने के आरोप में गिरफ्तार किए गए कांग्रेस कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग को लेकर पार्टी के सदस्यों ने एक जनवरी की रात शहर के एक पुलिस थाना परिसर में डेरा डाल लिया, जिससे वहां स्थिति तनावपूर्ण हो गई। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
कोच्चि: मुख्यमंत्री पिनराई विजयन और उनके मंत्रिमंडल सहयोगियों को काले झंडे दिखाने के आरोप में गिरफ्तार किए गए कांग्रेस कार्यकर्ताओं की रिहाई की मांग को लेकर पार्टी के सदस्यों ने एक जनवरी की रात शहर के एक पुलिस थाना परिसर में डेरा डाल लिया, जिससे वहां स्थिति तनावपूर्ण हो गई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार गिरफ्तार कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पुलिस ने सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात दो बजे मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जहां से उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया। इसके बाद प्रदर्शन सप्ताह हुआ।
एर्नाकुलम के सांसद हिबी ईडन, विधायक उमा थॉमस, टी.जे. विनोद और अनवर सदाथ सहित कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि जब वे गिरफ्तार कार्यकर्ताओं को थाने से जमानत देने से इनकार करने का कारण जानने के लिए पलारीवट्टोम पुलिस थाने पहुंचे तो पुलिस ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
प्रदर्शनकारियों ने थाने के सामने मुख्यमंत्री का पुतला भी फूंका।
पार्टी नेताओं ने दावा किया कि पुलिस शुरुआत में कार्यकर्ताओं को थाने से जमानत देकर रिहा करने के लिए राजी हो गई थी, लेकिन बाद में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के स्थानीय नेताओं के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने ऐसा करने से मना कर दिया।
इससे पहले पलारीवट्टोम क्षेत्र से जब मुख्यमंत्री और उनके मंत्रिमंडल सहयोगियों का काफिले गुजर रहा था तो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने उन्हें काले झंडे दिखाए।
मुख्यमंत्री और मंत्री सोमवार को कोच्चि में थे।
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