कर्फ्यू बेअसर, दूसरे दिन भी खूब सुलगा कासगंज, उपद्रवियों ने जलाई कई दुकानें और बसें
शुक्रवार को तिरंगा यात्रा के दौरान उपजे बवाल के बाद भड़की सांप्रदायिक हिंसा के दूसरे दिन शनिवार को भी कासगंज शहर सुलगता रहा। शहर को शांत कराने की सभी प्रशासनिक कोशिशें नाकाम दिखीं। पूरी खबर..
कासगंज: कासगंज में आज दूसरे दिन भी हिंसा और आगजनी के बाद तनाव की स्थिति जारी रही। शहर में धारा 144 लागू होने और भारी सुरक्षा बलों की तैनाती के बावजूद भी हिंसा, तोड़फोड़, आगजनी की कई बड़ी घटनायें सामने आई। उपद्रवियों ने शनिवार को करीब आधा दर्जन दुकानों को आग लगा दी और कम से कम 5 बसों को आग के हवाले कर दिया। पुलिस ने हिंसा और दंगा भड़काने, कानून-व्यवस्था को तोड़ने, शांतिभंग करने समेत अलग-अलग मामलों में 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया।
यह भी पढ़े- यूपी के कासगंज साम्प्रदायिक हिंसा के ताजा हालात..पर डाइनामाइट न्यूज की खास रिपोर्ट..
यह भी पढ़ें |
Indore: एमपी में पांच खालिस्तानी आतंकी गिरफ्तार,करते थे हथियार सप्लाई
शुक्रवार को उपजी हिंसा के बाद शहरवासियों को उम्मीद थी कि शनिवार का दिन उनके जख्मों पर मरहम लगायेगा लेकिन दुर्भाग्य से ऐसा नहीं हुआ। गणतंत्र दिवस के दिन उपजे बवाल में मृतक चंदन गुप्ता के अंतिम संस्कार के दौरान श्मशान से लौट रहे लोगों का गुस्सा आज सुबह फिर फूट पड़ा। जिसके परिणामस्वरूप एक के बाद कई आगजनी की घटनायें शहर में सामने आयी। सुबह से लेकर शाम तक जगह-जगह शहर के कई क्षेत्रों में दुकानों और बसों को आग के हवाले कर दिया गया। तनावपूर्ण स्थिति के कारण शहरवासी काफी डरे और सहमे नजर आये।
यह भी पढ़ें |
नोएडा में गौकशी का आरोपी मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार
दुर्गा कालोनी में भी आज फिर कुछ युवकों ने फायरिंग की। इसके बाद दूसरे वर्ग के कुछ युवक भी वहां इकट्ठा होने लगे। पुलिस ने किसी तरह उपद्रवियों को वहां से खदेड़ा लेकिन उन्होंने सड़क किनारे खड़ी बसों को आग के हवाले कर दिया। शहर के सभी पेट्रोल पंपों के दिन भर के लिये बंद करा दिया गया। बसों का परिचालन भी इस दौरान ठप रहा।
शहर में भारी सुरक्षा बलों की तैनाती औऱ धारा 144 लागू होने के बावजूद भी शहर में दूसरे दिन भी तनाव के माहौल रहा। हिंसा भड़काने समेत तमाम धाराओं में दूसरे दिन देर शाम तक कासगंज हिंसा में करीब 50 लोगों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तार लोगों में से 10 के खिलाफ हत्या और दंगा भड़काने के आरोप है, जबकि लगभग 40 लोगों पर लॉ एंड ऑर्डर बिगाड़ने, शांति व्यवस्था भंग करने जैसे आरोप है। बताया जा रहा है कि कासगंज हिंसा के मामले में पुलिस को कुछ अन्य लोगों की भी तलाश है।
शहर में पुलिस का फ्लेग मार्च जारी है। लोगों से शांति कायम रखने और कानून को अपने हाथ में न लेने की अपील की जा रही है। सुरक्षा के मद्देनजर जिले की सभी सीमाएं सील कर दी गयी है, सीमा पर पीएसी और अन्य सुरक्षा बलों की तैनाती की गयी है।