अब तो भगवान ही मालिक है क्यों की कानपुर पुलिस बचाती नहीं बल्कि मारती है

डीएन ब्यूरो

सूबे में भले ही सत्ता बदल गयी हो लेकिन पुलिस के काम करने का तरीका नहीं बदला है। अभी भी पुलिस बेगुनाहों की हड्डियां तोड़ने से बाज नहीं आ रही है। मामला कानपुर शहर का है जहां पुलिस ने अपनी रौब का बखूबी फायदा उठाया है।

कानपुर पुलिस की गाड़ी
कानपुर पुलिस की गाड़ी


कानपुर: यूपी पुलिस की बढ़ती बर्बरता ने आम जनता का जीना दूभर कर दिया है। जनता के रक्षक खुद ही भक्षक बने बैठे हैं। कानपुर पुलिस ने भले ही बदमाशों को पकड़ने के लिए कभी लाठी डंडों का इस्तेमाल ना किया हो लेकिन गरीबों पर अपना कहर इस कदर बरपाया है कि उसके शरीर पर चोट के निशान चीख-चीख कर अपना दर्द खुद ही बयां कर रहे हैं। पहली घटना बुधवार की है जहां श्याम नगर के एक चौकी इंचार्ज ने पहले तो युवक को उसके प्लॉट से जबरन उठाया और फिर बेहरहमी से युवक की पिटाई कर दी। अभी इस मामले को बीते 36 घण्टे भी पूरे नहीं थे कि शहर में फिर से पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया। ताजा मामला गुरुवार को कर्नलगंज थाने का है। जहां एक चौकी इंचार्ज ने एक चाय बेचने वाले युवक को इतनी बुरी तरह से पीटा कि उसकी रूह कांप गयी। पीड़ित ने अपनी दर्द की आवाज को एसपी दफ्तर तक भी पहुंचाया जिसके बाद एसपी साहब ने जांच के आदेश दिए हैं।
 
बुधवार का पूरा मामला:
चकेरी थाना क्षेत्र के श्याम नगर चौकी इंचार्ज ने 10 तारीख की रात तीन बजे एक युवक को उसके प्लॉट से पहले उठा लिया उसके बाद चौकी इन्चार्ज ने उसे मारना शुरू कर दिया। जब चौकी इंचार्ज का मन नहीं भरा तो वह पीड़ित विवेक यादव को अपनी जीप में बैठा कर चौकी ले गए। और वहां लेजाकर उसकी पट्टे से बुरी तरह पीटाई शुरू कर दी जिससे युवक विवेक का एक पैर फैक्चर हो गया तो वहीं उसकी पीठ और कमर में गंभीर चोटों के निशान ने पुलिस की पिटाई की छाप तक छोड़ दी।


गुरुवार को पूरा मामला
विवेक का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि गुरुवार को कल्याणपुर थाना क्षेत्र के रहने वाले विजय गुप्ता ने पुलिस पर एक और आरोप लगा दिया दरअसल विजय चुन्नीगंज विवेक टॉकीज के सामने कई वर्षो से चाय का ठेला लगाकर अपने परिवार का पालन पोषण करते है। बताया जा रहा है कि कर्नलगंज थाने में तैनात चौकी इंचार्ज राकेश बहादुर ने थाने के मेन्टेनेन्स के लिए सिपाही भेजकर विजय से 4 हज़ार रूपए मंगवाए थे। रूपए न मिलने पर चौकी इंचार्ज चाय वाले के पास बीती रात 11 बजे खुद पहुंच गये।जहां उन्होंने रूपए न देने पर उसको ऐसी सजा दी कि शायद उसका दर्द विजय कभी नहीं भुला पाएगा। जब वहां मौजूद लोगों ने इसका विरोध किया तो उन्हे भी यह साहब गाली बकने लगे। चौकी इंचार्ज यहीं नही रूके उन्होंने अपनी बेल्ट उतार कर भी युवक को बूरी तरह से पीटा। जिसके बाद पीड़ित युवक अपनी शिकायत लेकर एसपी पश्चिम के पास पहुंचा और एसपी ने इस मामले में भी जांच के आदेश दे दिए।


अब देखना यह होगा कि जांच कब तक पूरी हो पाएगी या यह भी पुलिस के रौब के चलते ठंडे बस्ते में चली जाएगी।










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