बिलकिस मामले में अंतत: न्याय की जीत, भाजपा की महिला विरोधी नीतियों से पर्दा हटा

डीएन ब्यूरो

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने बिलकिस बानो मामले के दोषियों की सजा में छूट देने के फैसले को उच्चतम न्यायालय द्वारा रद्द किए जाने के बाद सोमवार को कहा कि न्याय की जीत हुई है तथा इस निर्णय से जनता का न्याय व्यवस्था के प्रति विश्वास और मजबूत होगा। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा


नयी दिल्ली:  कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने बिलकिस बानो मामले के दोषियों की सजा में छूट देने के फैसले को उच्चतम न्यायालय द्वारा रद्द किए जाने के बाद सोमवार को कहा कि न्याय की जीत हुई है तथा इस निर्णय से जनता का न्याय व्यवस्था के प्रति विश्वास और मजबूत होगा।

उन्होंने यह दावा भी किया कि सर्वोच्च अदालत के आदेश से भारतीय जनता पार्टी की महिला विरोधी नीतियों से पर्दा हट गया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार प्रियंका गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘अंततः न्याय की जीत हुई। उच्चतम न्यायालय ने गुजरात दंगों के दौरान सामूहिक दुष्कर्म की शिकार बिलकिस बानो के मामले के आरोपियों की रिहाई रद्द कर दी है।’’

उन्होंने दावा किया, ‘‘इस आदेश से भारतीय जनता पार्टी की महिला विरोधी नीतियां सामने आ गई हैं। ’’

कांग्रेस महासचिव ने यह भी कहा, ‘‘इस आदेश के बाद जनता का न्याय व्यवस्था के प्रति विश्वास और मजबूत होगा। बहादुरी के साथ अपनी लड़ाई को जारी रखने के लिए बिलकिस बानो को बधाई।’’

उच्चतम न्यायालय ने गुजरात में 2002 के दंगों के दौरान बिलकिस बानो से सामूहिक दुष्कर्म और उनके परिवार के सात सदस्यों की हत्या के मामले में 11 दोषियों को सजा से छूट देने के राज्य सरकार के फैसले को सोमवार को यह कहते हुए रद्द कर दिया कि आदेश ‘‘घिसा पिटा’’ था और इसे बिना सोचे-समझे पारित किया गया था।

न्यायमूर्ति बी वी नागरत्ना और न्यायमूर्ति उज्ज्वल भूइयां की पीठ ने दोषियों को दो सप्ताह के अंदर जेल अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण करने का निर्देश भी दिया।










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