झांसी: लव मैरिज में मिला धोखा, कारपेंटर ने पत्नी को पढ़ाया, लेखपाल बनते ही पत्नी हुई फुर्र, पति लगा रहा गुहार
यूपी के झांसी में बुधवार को ज्योति मौर्य एसडीएम प्रकरण की तरह एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
झांसी: यूपी के झांसी में कुछ दिन पहले ज्योति मौर्य एसडीएम प्रकरण खूब चर्चाओं में रहा। कुछ ऐसा ही वाकया बुधवार को झांसी में देखने को मिल रहा है। एक पति ने बताया कि उसकी पत्नी लेखपाल बन गई तो उसने घर छोड़ दिया और उसे पहचानने से भी इनकार कर दिया है। पति ने कहा कि मैं कारपेंटर हूं, यह बात पत्नी को खल रही है और इसलिए वह उसे लवमैरिज के 2 साल बाद छोड़कर भाग गई।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार झांसी कलेक्ट्रेट में बने सभागार में नवनियुक्त लेखपालों को जिलाधिकारी नियुक्ति पत्र बांट रहे थे। वही सभागार के बाहर एक पति अपनी का इंतजार कर रहा था क्योंकि उसकी पत्नी लेखपाल बन गई थी और पति अपनी लेखपाल पत्नी के हाथों मे प्रमाण पत्र देखना चाहता था। ऐसे में पति सभागार के बाहर अपनी लेखपाल पत्नी का इंतजार करता ही रह गया और लेखपाल पत्नी अपने पति को झांसा देकर लेखपाल की नियुक्ति प्रमाण पत्र लेकर सभागार से कब निकल गई पति को भनक तक नहीं लगी।
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नीरज बीवी की तलाश करता हुआ ससुराल पहुंचा। जहां उसके न होने की बात कहकर सास-ससुर ने उसे वापस भेज दिया। इस पर नीरज ने पत्नी के लापता होने की जानकारी थाने में दी। जिस पर पुलिस ने ऋचा को कुछ घंटे में ही ढूंढ लिया।
कोतवाली पहुंची ऋचा ने जो बताया उसे सुनकर नीरज के पैरों तले जमीन खिसक गई। ऋचा ने कहा कि वह लेखपाल बन गई है। जबकि पति कॉरपेंटर का काम करता है। ऐसे में दोनों का मेल नहीं है।
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पति नीरज ने बताया कि वह कारपेंटरी का काम करता है। करीब 5 साल पहले उसकी मुलाकात ऋचा से हुई थी और फिर दोनों दोस्त बन गए थे। इसके बाद जल्द ही दोनों एक दूसरे से प्यार कर बैठे। दोनों ने ओरछा में मंदिर में जाकर शादी की जिसका रजिस्ट्रेशन भी हुआ। अपनी पत्नी को अधिकारी बनाने की चाहत पाले नीरज ने अपनी पत्नी को पढ़ाने का बीड़ा उठाया। पति नीरज दिन रात कारपेंटरी का काम करके पैसे कमाता और अपनी पत्नी की पढ़ाई में लगाता चला गया।
पीड़ित पति नीरज ने बताया कि यदि उसे लेखपाल का नियुक्ति प्रमाण पत्र नही मिलता तो वह उसे धोखा देकर नही भागती।