आज देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि है। इस मौके पर जानिए उनकी शख्सियत से जुड़ी वो खास बातें जिसकी वजह से उन्हें आयरन लेडी कहा जाता था। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की खास खबर
देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी
देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी भारत की आयरन लेडी के नाम से काफी मशहूर हैं। देश में उनकी एक अलग ही पहचान थी। अपने कार्यकाल के दौरान इंदिरा गांधी कभी भी बड़े और अहम फैसले लेने से नहीं डरती थी। उन्होंने बतौर प्रधानमंत्री कई अहम और साहसिक फैसले लिए। उनके फैसले ने देश को आर्थिक तौर पर मजबूत बनाया।
19 नवंबर, 1917 को जन्म
इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर, 1917 को हुआ था। 1938 में वह औपचारिक तौर पर इंडियन नेशनल कांग्रेस में शामिल हुईं और 1947 से 1964 तक अपने प्रधानमंत्री पिता नेहरू के साथ उन्होंने काम करना शुरू कर दिया।
दुनिया के नक्शे पर बांग्लादेश
साल 1971 में इंदिरा गांधी के आदेश पर भारतीय फौजों ने तीन दिसंबर को पूर्वी पाकिस्तान में प्रवेश किया। फिर वो नया बांग्लादेश देश बनवाकर ही लौटीं। 3 दिसंबर, 1971 को पाकिस्तान की वायु सेना ने भारत पर हमला कर दिया। भारत के अमृतसर और आगरा समेत कई शहरों को निशाना बनाया। इसके साथ ही 1971 के भारत-पाक युद्ध की शुरुआत हो गई। 16 दिसंबर, 1971 को पाकिस्तान की सेना के आत्मसमर्पण और बांग्लादेश के जन्म के साथ युद्ध का समापन हुआ।
ऑपरेशन ब्लू स्टार
जून 1984 में इंदिरा ने सेना को मंदिर परिसर में घुसने और ऑपरेशन ब्लू स्टार चलाने का आदेश दिया। स्वर्ण मंदिर परिसर में हजारों नागरिकों की उपस्थिति के बावजूद इंदिरा गांधी ने आतंकवादियों का सफाया करने के लिए सेना को धर्मस्थल में प्रवेश करने का आदेश दिया। इस ऑपरेशन में कई निर्दोष नागरिक भी मारे गए थे। 31 अक्टूबर, 1984 को उनकी सुरक्षा में तैनात दो सुरक्षाकर्मियों सतवंत सिंह और बेअंत सिंह ने उन्हें गोली मार दी।
सबसे पहले लाल बहादुर शास्त्री के मंत्रिमंडल में सूचना एवं प्रसारण मंत्री बनीं
इंदिरा गांधी सबसे पहले लाल बहादुर शास्त्री के मंत्रिमंडल में सूचना एवं प्रसारण मंत्री बनीं। शास्त्री जी के निधन के बाद 1966 में वह देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं।
14 निजी बैंकों के राष्ट्रीयकरण को लेकर एक अध्यादेश पारित किया था
इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली सरकार ने 19 जुलाई, 1969 को 14 निजी बैंकों के राष्ट्रीयकरण को लेकर एक अध्यादेश पारित किया था। इस प्रस्ताव को जब सबके सामने रखा गया तो उसे अस्वीकार कर दिया गया। उस समय मोररजी देसाई देश के वित्त मंत्री थे। इसके बाद 19 जुलाई 1969 को एक अध्यदेश के जरिए 14 बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया साथ ही 1980 में 6 और बैंकों का राष्ट्रीयकरण किया गया।
25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक आपातकाल घोषित
25 जून 1975 से 21 मार्च 1977 तक का 21 महीने की अवधि में भारत में आपातकाल घोषित था। तत्कालीन राष्ट्रपति फ़ख़रुद्दीन अली अहमद ने तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी के कहने पर भारतीय संविधान की धारा 352 के अधीन आपातकाल की घोषणा कर दी। इंदिरा की राजनीतिक छवि को आपातकाल की वजह से गहरा धक्का लगा। इसी का नतीजा रहा कि 1977 में देश की जनता ने उन्हें नकार दिया, हालांकि कुछ वर्षों बाद ही फिर से सत्ता में उनकी वापसी हुई।
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