Irani Cup: मयंक के पास राष्ट्रीय टीम का दरवाजा फिर से खटखटाने का मौका

डीएन ब्यूरो

शेष भारत के कप्तान मयंक अग्रवाल को राष्ट्रीय टीम में वापसी की उम्मीदों को बनाये रखने के लिए बुधवार से शुरू हो रही ईरानी कप में दमदार प्रदर्शन करना होगा। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर

फाइल फोटो
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ग्वालियर: शेष भारत के कप्तान मयंक अग्रवाल को राष्ट्रीय टीम में वापसी की उम्मीदों को बनाये रखने के लिए बुधवार से शुरू हो रही ईरानी कप में दमदार प्रदर्शन करना होगा।

ईरानी कप में शेष भारत के सामने 2021-22 सत्र की रणजी चैम्पियन मध्य प्रदेश की चुनौती होगी।

डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, ईरानी कप का महत्व हालांकि पिछले 15 वर्षों में काफी कम हो गया है क्योंकि राष्ट्रीय स्तर के ज्यादातर खिलाड़ी इसका हिस्सा नहीं बन पाते है । लोकेश राहुल की खराब लय को देखते हुए व्यक्तिगत तौर पर यह मुकाबला मयंक के लिए महत्वपूर्ण है।

इस कलात्मक सलामी बल्लेबाज को पिछले साल दक्षिण अफ्रीका में खराब श्रृंखला के बाद भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया था।

मयंक ने इस साल रणजी सत्र में सबसे ज्यादा 990 रन बनाये है और सत्र के आखिरी घरेलू मुकाबले में एक और दमदार प्रदर्शन उन्हें फिर से राष्ट्रीय टीम में शामिल कर सकता है।

ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी दो टेस्ट के लिए टीम का चयन किया जा चुका है। राहुल अगर लय में नहीं लौटे तो मयंक को विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल और फिर वेस्टइंडीज दौरे पर जाने वाली टीम में शामिल किया जा सकता है।

इस मुकाबले में मध्य प्रदेश को शीर्ष बल्लेबाज रजत पाटीदार और नियमित कप्तान आदित्य श्रीवास्तव की सेवाएं नहीं मिलेगी ऐसे में शेष भारत की टीम जीत की दावेदार होगी।

 तेज गेंदबाज अवेश खान, ऑलराउंडर वेंकटेश अय्यर, बाएं हाथ के स्पिनर कुमार कार्तिकेय और बल्लेबाज यश दुबे की मौजूदगी में हालांकि मध्य प्रदेश की टीम कड़ी टक्कर देना चाहेगी।

मयंक और सलामी बल्लेबाजी में उनके जोड़ीदार अभिमन्यु ईश्वरन के प्रदर्शन के साथ चयनकर्ताओं की नजरें अगली पीढ़ी के स्पिनरों पर होगी।

रविचंद्रन अश्विन 36 और रविंद्र जडेजा 34 साल के हो गये है लेकिन दोनों भारतीय परिस्थितियों में दोनों का कोई तोड़ नहीं है। जडेजा के विकल्प के रूप अक्षर पटेल मौजूद है लेकिन अगली पीढ़ी के स्पिनरों में अश्विन जैसा क्षमतावान कोई नहीं दिख रहा है।

दिल्ली के पुलकित नागर ने इस सत्र में 30 विकेट चटकाये है लेकिन उनके पास सीमित क्षमता है। हरियाणा के जयंत यादव पिछले कुछ समय से कोई खास प्रदर्शन नहीं कर सके है।

भारत ‘ए’ के बायें हाथ के नियमित स्पिनर सौरभ कुमार राष्ट्रीय टीम का दरवाजा खटखटा रहे तो वहीं राहुल चाहर और मयंक मार्कंडेय जैसे लेग स्पिनर चोट के कारण शेष भारत की टीम से बाहर है। मार्कंडेय अभ्यास के दौरान चोटिल हो गये और मंगलवार को उनकी जगह मुंबई के शम्स मुलानी को टीम में शामिल किया गया है।

तेज गेंदबाजों में मुकेश कुमार और नवदीप सैनी खुद को साबित करना चाहेंगे तो वही विकेटकीपर उपेन्द्र यादव भी प्रभावित करना चाहेंगे। भारतीय क्रिकेट जगत में कई जानकार उपेन्द्र को कोणा भरत से बेहतर विकेटकीपर बल्लेबाज मानते है।

कोविड-19 के कारण पिछले सत्र में इस मुकाबले को नहीं खेला जा सका था।










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