Crime in Maharajganj: कोठीभार पुलिस का अमानवीय चेहरा आया सामने, न्याय के लिए पहुंचे युवक की जमकर की पिटाई
महराजगंज में कोठीभार पुलिस का अमानवीय चेहरा सामने आया है, जहां न्याय के लिए पुलिस के पास पहुंचे युवक की ही पुलिस ने जमकर पिटाई कर दी। पढ़ें पूरी खबर..
महराजगंजः पिता द्वारा जायदाद में हिस्सा न देने और बड़ी बहू को जायदाद दिए जाने पर न्याय मांगने पहुंचे एक युवक को पुलिस ने बहुत ही बेहरमी से पीटा है। पुलिस की इस करतूत से ग्रामीणों में भी काफी आक्रोश है।
यह भी पढ़ें: लेहड़ा मंदिर में हुई भयानक चोरी का सीसीटीवी फुटेज आया सामने, तीन दिन बाद भी खुलासा नहीं
यह भी पढ़ें |
महराजगंज: कार्रवाई ना होने पर नाराज ग्रामीणों ने थाने का किया घेराव
मामला क्षेत्र के ग्राम कैमी का है। जहां सालों से बनारस में ई-रिक्शा चलाकर अपना और आपने परिवार का पेट पालने वाले पिंटू को पता चला की उसके पिता परमानंद अपनी जायदाद उसके बड़े भाई और भाभी के नाम कर रह हैं, तो वो अपने घर पहुंचा। वो परिवार के साथ 12 अगस्त को गांव पहुंचा और अपने हिस्से की मांग करने लगा। जिस पर पिता ने हिस्सा देने से इंकार करते हुए घर मे घुसने भी नहीं दिया। पिंटू बरसात में घर के बाहर बच्चो के साथ बैठा रहा, फिर विवश हो कर पत्नी के साथ कोठीभार थाने पहुंचा और न्याय का गुहार लगाया परन्तु पुलिस ने डांट कर भगा दिया फिर वो अपने घर के दरवाजे पर आ कर बैठ गया।
13 अगस्त की देर रात में परमानंद की बड़ी बहू ने 112 पर कॉल कर पुलिस बुलाई। मौके पर पहुंची पुलिस ने परमानन्द, दोनों बहुओं और छोटे बेटे को थाने ले गई और पुलिस ने पूरी रात बेरहमी से पिंटू की पिटाई की और उसकी पत्नी आरती को बाल पकड़ कर धक्का दे दिया, उसके बाद दूसरे दिन धारा 151 के तहत जमानत के लिए भेज दिया।
यह भी पढ़ें |
महराजगंज: बृजमनगंज थाना क्षेत्र के प्रधानाध्यापक आत्महत्या कांड में 36 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली, जानिये पूरा मामला
यह भी पढ़ें: ग्रामीणों ने रोकी महिला सप्लाई इंस्पेक्टर की गाड़ी, गाड़ी को किया क्षतिग्रस्त
इस मामले में पीड़ित के बयान व और शरीर पर पिटाई के निशान का वीडियो सोशल मीडिया पर जम कर वायरल हो रहा है। प्रशासन द्वारा पिंटू को वाराणसी चले जाने के लिये दबाव बनाया जा रहा है। वहीं पुलिस इस मामले में अपना बचाव करने में लगी हुई है। एसओ का कहना है कि दोनों पक्षों को थाने लाया गया था दोनों के अपने जिद्द पर अड़े रहने के कारण धारा 151 में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस ने किसी को नहीं मारा है ये आरोप निराधार है।